- बिजनेस पार्क का काम लगातार जारी, नहीं रोका गया काम

- अब प्रोजेक्ट पर एमडीए के अधिकारियों की नियत पर हो रहा शक

Meerut : दिल्ली रोड मोहकमपुर स्थित अवैध रूप से हो रहे बिजनेस पार्क निर्माण को लेकर अभी तक प्राधिकरण नींद से नहीं जागा है। स्पॉट पर लगातार काम जारी है। लेकिन प्राधिकरण का कोई अफसर कार्रवाई करन को तैयार नहीं है। एमडीए द्वारा कार्रवाई न करने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं? आखिर किस स्वार्थ के कारण एमडीए कार्रवाई करने को तैयार नहीं है? अगर कोई कार्रवाई होती है तो इस मामले में अधिकारी भी लपेटे मे आ सकते हैं। जिस वजह से एमडीए के आलाधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।

लगातार जारी है काम

मोहकमपुर स्थित निर्माणाधीन बिजनेस पार्क का प्रोजेक्ट पर काम लगातार जारी है। जिसे रोकने में कोई अधिकारी हिम्मत नहीं दिखा रहा है। बिजनेस पार्क की नींव पर काम अभी तक जारी है। जिस पर बहुत जल्द निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। एमडीए अधिकारियों की शह पाकर पहले ही निर्माणकर्ता सड़कों का निर्माण कर चुका है। बाकी के काम के लिए बिल्डर ने अपनी की संख्या भी दोगुनी कर दी है। ताकि निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। लेकिन एमडीए का कोई अधिकारी इस मामले की जांच करने को मौके पर आज तक नहीं आया।

उठ रहे हैं कई सवाल?

एमडीए अधिकारियों की चुप्पी और कार्रवाई न करने को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि प्राधिकरण कार्रवाई नहीं कर रहा है? आखिर प्राधिकरण के अधिकारियों का कौन निजी हित जुड़ा है जो कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं? इन सवालों के उठने का सबसे बड़ा कारण इनर रिंग रोड प्रोजेक्ट है जो अभी तक किसानों के साथ मुआवजा विवाद को लेकर लटका हुआ है। जब तक रिंग रोड को मंजूरी नहीं मिल जाती है तब तक बिजनेस पार्क का प्रोजेक्ट पूरी तरह से अव्यवहारिक है। ताज्जुब की बात तो ये है कि पिछले साल बिजनेस पार्क के प्रोजेक्ट का नक्शा पास न करने के बाद भी बिल्डर ने निर्माण शुरू करने की हिम्मत दिखाई। जबकि इस पूरे प्रकरण के बारे में एमडीए का हर आलाधिकारी अवगत है।

ये है मामला

दिल्ली रोड पर सुपरटेक तिराहे के सामने से मोहकमपुर से होते हुए एक रजवाहा निकल रहा है। जिसके बाई ओर रेलप्रो इंफ्रा डेवलपर्स ने बिजनेस पार्क डेवलप करने के लिए 7ब्ब्भ्0 वर्ग मीटर का मानचित्र एमडीए में दाखिल किया। इस जमीन के सामने रिठानी माइनर है। दूसरी ओर सड़क का निर्माण हो चुका है। इसके आगे कोई रास्ता नहीं है आपको जानकर ताज्जुब होगा कि ख्7 जुलाई ख्0क्क् को नोडल अधिकारी की रिपोर्ट के बाद चीफ टाउन प्लानर ने बिल्डर का आवेदन निरस्त कर दिया था। निरस्तीकरण का कारण महायोजना में उस तरफ इनर रिंग रोड बनाई जानी है। जिसका निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है। जानकारों की मानें तो नियमों के अनुसार उस रास्ते पर नक्शे को मंजूरी नहीं दी जा सकती। बावजूद इसके ढ़ाई साल बाद मार्च ख्0क्ब् में इस प्रोजेक्ट के मैप संख्या क्ब्/क्क् को मंजूरी दे दी गई।

वर्जन

प्रोजेक्ट की फाइल तलब की गई है। पूरे मामले की बारीकी से जांच कराई जा रही है। क्षेत्र में तैनात जेई व नोडल से स्पष्टीकरण मांगा गया है। दोषी मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

- राजेश यादव, वीसी, एमडीए