हस्तिनापुर और परीक्षितगढ़ में प्रशासन की टीम के साथ जमीन तलाश रहे एमडीए अफसर

नगर क्षेत्र में हाईकोर्ट के इनकार के बाद अंचल में तलाश की जा रही है जमीन

Meerut। कैटल कॉलोनी को लेकर एक बार फिर जिला प्रशासन के साथ एमडीए ने कवायद तेज कर दी है। एमडीए जनपद के अंचल क्षेत्रों में कैटल कॉलोनी के लिए जमीन की तलाश कर रहा है। हस्तिनापुर और परीक्षितगढ़ में जमीन का चिह्नांकन एमडीए ने किया है।

15 तक का अल्टीमेटम

एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने मेरठ-वाराणसी को शहर से अवैध डेयरियों को शिफ्ट करने और कैटल कॉलोनियों को शहर से बाहर ले जाने के आदेश जारी किए। आदेशों के अनुपालन में डीएम अनिल ढींगरा ने एमडीए को 15 फरवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए जमीन का चिह्नांकन करने के आदेश दिए तो वहीं तहसील प्रशासन को निर्देश दिए कि वे क्षेत्र में चारागाह की जमीन की पड़ताल करें। डीएम के आदेश के बाद हरकत में आए एमडीए ने हस्तिनापुर और परीक्षितगढ़ में कैटल कॉलोनी में लिए जमीन चिह्नित की है।

यहां तलाशी जमीन

एमडीए की टीम ने प्रारंभिक सर्वेक्षण में मेरठ के हस्तिनापुर और परीक्षितगढ़ में कैटल कॉलोनी के लिए जमीन का चिह्नांकन किया है। सरधना के नानू गांव के समीप स्थित चारागाह को भी अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त कराने को लेकर भी तहसील प्रशासन कवायद कर रहा है। एमडीए सचिव राजकुमार ने बताया कि मेरठ, सरधना और मवाना तहसील प्रशासन के साथ मिलकर कैटल कॉलोनी के लिए जमीन की पड़ताल की जा रही है। जल्द ही जमीन का चिह्नांकन कर कैटल कॉलोनी के लिए कार्ययोजना बना ली जाएगी।