योजना

सालों से खाली पड़ा है भवन का एक हिस्सा

खाली पड़ी बिल्डिंग को किराए पर देगा एमडीए

- खाली पड़ी अतिरिक्त बिल्डिंग को किराए पर देगा एमडीए

- सरकारी भवनों को बिल्डिंग में शिफ्ट कराने का बनेगा प्रस्ताव

Meerut। अवैध निर्माण और योजनाओं को लेकर भद पिटवा रहा एमडीए अब अपनी बिल्डिंग को किराए पर देकर राजस्व बढ़ाएगा। एमडीए ने अपनी खाली पड़ी बिल्डिंग को किराए पर देकर राजस्व बढ़ाने का फैसला किया है।

क्या है मामला

दरअसल, मेरठ विकास प्राधिकरण की आधी से अधिक बिल्डिंग खाली पड़ी हुई है। हालांकि एमडीए ने रजिस्ट्री विभाग, इलाहाबाद बैंक और होमगार्ड कमांडेंट को बिल्डिंग का काफी हिस्सा किराए पर दे रखा है। बावजूद इसके एक हिस्सा सालों से खाली पड़ा है। जिसकी हालत बिल्कुल जर्जर हो चुकी है। अब एमडीए ने इस हिस्से की मरम्मत कराकर इसको किराए पर देने की योजना बनाई है। बिल्डिंग को तैयार कर एमडीए इसका प्रस्ताव तैयार कर कुछ सरकारी विभागों को यहां शिफ्ट करा सकता है। इससे न केवल बिल्डिंग का पूर्ण रूप से इस्तेमाल किया जा सकेगा, बल्कि एमडीए की आय में भी इजाफा होगा।

खाली पड़े पोर्शन को एमडीए किराए पर देने की योजना बना रहा है। इस हिस्से की मरम्मत कराकर कुछ सरकारी विभागों को यहां शिफ्ट किया जा सकता है। ऐसे में एमडीए की आय भी बढ़ेगी।

-शबीह हैदर, चीफ इंजीनियर एमडीए

पीके गोयल बने एमडीए के चीफ इंजीनियर

-एमडीए में नए चीफ इंजीनियर की तैनाती

-कानपुर के चीफ को मिला मेरठ का चार्ज

मेरठ। पिछले कई माह से खाली चल रही एमडीए चीफ इंजीनियर के पद पर पीके गोयल की तैनाती कर दी गई है। मेरठ के भगवानपुर के ही रहने वाले पीके गोयल 1985 से 90 के दौरान एमडीए में सहायक अभियंता पद पर रह चुके हैं। बुधवार देर शाम तक उनके चार्ज लिए जाने की बात सामने आई है।

आज लेंगे चार्ज

दरअसल, 30 सितंबर को तत्कालीन चीफ इंजीनियर एससी मिश्रा के रिटायरमेंट के बाद एसई शबीह हैदर को उनका चार्ज दे दिया गया था। मंगलवार को शासन से आए फैस के अनुसार नए चीफ इंजीनियर पीके गोयल की तैनाती पुख्ता की गई। एमडीए सूत्रों के मुताबिक पीके गोयल कानपुर में चीफ इंजीनियर पद पर तैनात थे, जहां से उनका ट्रांसफर मेरठ के लिए किया गया है।