मुंबई (मिड-डे)। भले इंडिया में 'मी टू मूवमेंट' पर बड़े-बड़े नामों ने चुप्पी साध रखी हो या इससे भी बुरा, वे आरोपियों के साथ खड़े नजर आ रहे हों, पर यह देखकर अच्छा लगता है कि हैरेसमेंट के खिलाफ फिल्म इंडस्ट्री में शुरू हुई जंग अभी जारी है। हाल ही में जहां सिंगर सोना मोहपात्रा ने म्यूजिक कम्पोजर अनु मलिक के उस बयान को काउंटर किया है जिसमें वह उन पर लगे असॉल्ट के आरोपों को गलत बता रहे थे, वहीं दूसरी तरफ, तनुश्री दत्ता ने भी अनु को फिर से इंडियन आइडल का जज बनाने पर चैनल को लताड़ा है।

जरूर मिलनी चाहिए बदतमीजी की सजा

तनुश्री कहती हैं, 'मुझे यह बात शॉकिंग लगती है कि कैसे एक फैमिली-फ्रेंडली चैनल ने ऐसे इंसान को जज बनाए रखा जिस पर कई टैलेंटेड और हाई-प्रोफाइल लड़कियों ने हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। क्या 'टीआरपी' ह्यूमन वैल्यूज से ज्यादा जरूरी हैं? क्या जिन लोगों ने बदतमीजी की है उन्हें उनकी करनी का फल नहीं मिलना चाहिए?' बता दें कि सिंगर श्वेता पंडित, नेहा भसीन और प्रोड्यूसर डैनिका डिसूजा ने पिछले साल अनु पर हैरेसमेंट का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें इंडियन आइडल 10 से निकाल दिया गया था।

तनुश्री दत्ता के #MeToo आरोपों की पुष्टि नहीं करते चश्मदीद की गवाही

आखिर नेहा अब तक चुप क्यों हैं?

'मिड-डे' से बात करते हुए तनुश्री ने अनु की को-जज सिंगर नेहा कक्कड़ को लेकर कहा, 'शायद उन्हें तब हैरेस किए जाने का एहसास हो गया होगा जब एक कंटेस्टेंट ने उन्हें शो पर जबरदस्ती किस करने की कोशिश की थी पर उन्होंने अनु मलिक के साथ काम करने के फैसले की तरह उस लड़के पर भी कोई एक्शन नहीं लिया जिसने लाखों लोगों के सामने उन्हें शर्मिंदा किया। एक फीमेल सेलेब्रिटी को टीवी पर इस तरह बेइज्जत होते देखना बहुत गंदी फीलिंग थी।' सोना की फाइट का सपोर्ट करते हुए उन्होंने कहा, 'अनु मलिक को सोना मोहपात्रा से रिप्लेस करना चाहिए। इसे एक टे्रंडिंग हैशटैग बनाया जाए।'

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