- दवा सप्लाई में देरी करने के कारण दवा कम्पनी स्कार्ट एडिल कम्पनी को डिबार किया गया

- आई नेक्स्ट में इस समस्या को प्रमुखता से उजागर करने के बाद उठाया गया कदम

LUCKNOW: केजीएमयू ने दवा सप्लाई में देरी करने के मामले दवा कम्पनी स्कार्ट एडिल कम्पनी को डिबार कर दिया है। दवा कम्पनी की ओर से निर्धारित समय से दवा सप्लाई न करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है। कम्पनी की ओर से दवा सप्लाई करने के मामले में लापरवाही के मामले को आईनेक्स्ट ने प्रमुखता से उठाया था। इस मामले को केजीएमयू गम्भीरता से लेते हुए लापरवाही करने वाली दवा कम्पनी को अगले तीन साल तक के लिए डिबार कर दिया गया हैं।

कई लाइफ सेविंग दवाओं की सप्लाई की थी जिम्मेदारी

आईनेक्स्ट ने कम्पनी की ओर से दवा सप्लाई में लापरवाही के मामले को प्रमुखता से उठाया था। आईनेक्स्ट ने बताया था कि इस कम्पनी के पास कई लाइफ सेविंग दवाओं के साथ एंटिबॉयोटिक के अलावा रोजमर्रा के इलाज के लिए यूज होने वाली दवाओं और मेडिकल इक्यिूपमेंट सप्लाई करना था। पर संस्थान की ओर से सितम्बर ख्0क्फ् से टेंडर जारी होने के बाद से दवाओं के सप्लाई में लापरवाही बरती जा रही थी।

केजीएमयू प्रशासन अपने साल से करता था इंतजाम

दवा कम्पनी की ओर समय से ऑर्डर सप्लाई करने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कई बार नोटिस भेजा जा रहा था। इसके बाद भी दवा कम्पनी बार-बार अपनी निर्धारित टाइम से चुक जा रहा था। दवा कम्पनी की इस लापरवाही के कारण यूनिवर्सिटी को अपने धारा ख्0 के तहत बाहर से रोजमर्रा के इलाज में यूज होनी वाली दवा बाहर से खरीदनी पड़ रही थी। केजीएमयू प्रशासन ने कम्पनी को कई बार नोटिस भेजा इसके बाद भी दवा कम्पनी ने समय से दवाईयों का सप्लाई नहीं किया। जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन दवा कम्पनी के ठेका को निरस्त कर दिया है। साथ ही अगले तीन साल तक कम्पनी को यूनिवर्सिटी के किसी भी टेंडर प्रक्रिया में शामिल होने पर भी पाबंदी लगा दी हैं।

कम्पनी की ओर से बार-बार दवा सप्लाई करने में लापरवाही की जा रही थी। जिसके बाद से इसकी टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करते हुए इसको तीन साल के लिए डिबार कर दिया गया है।

वेद प्रकाश, डिप्टी मेडिकल सुप्रिडेंट, केजीएमयू