- बराबर अंक होने पर मेरठ के साथ रखा गया रायबरेली को

- रैंकिंग सूची में अब 13अ पर रायबरेली व 13ब पर मेरठ

- केंद्र सरकार को भेजी गई कुल 14 चयनित शहरों की सूची

- अगर ऊपर के 13 नाम चुने गए तो बाहर हो जाएगा मेरठ

Meerut/Lucknow : चयन की प्रक्रिया में 'स्मार्ट सियासत' के चलते प्रदेश के स्मार्ट सिटी की सूची से मेरठ का नाम बाहर भी हो सकता है। बुधवार को जारी सूची में मेरठ को 13 वें नंबर पर रखा गया था। लेकिन गुरुवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को भेजी गई सूची में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली का नाम भी शामिल कर लिया गया है और उसे मेरठ के ऊपर तरजीह दी गई है। नगर विकास सचिव एसपी सिंह का कहना है कि भले ही नगर निगम के साथ ही मंडल मुख्यालय होने के कारण मेरठ में कहीं ज्यादा इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है लेकिन योजना के दिशा-निर्देश व मापदंडों के अनुसार रायबरेली व मेरठ के समान अंक होने के कारण समिति ने रायबरेली को 13अ पर और मेरठ को 13ब पर रखने की संस्तुति की है। ऐसे में 13 वें स्थान के लिए दोनों शहरों के नाम केंद्र सरकार को भेजे गए हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर केंद्र सरकार ने कुल 14 शहरों के बजाय पहले से तय सूबे के 13 शहरों को ही चुना तो अब 13अ पर रायबरेली के होने से मेरठ शहर स्मार्ट सिटी की दौड़ से बाहर हो जाएगा।

गौरतलब है कि मुख्य सचिव आलोक रंजन की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय उच्चाधिकार संचालन समिति की बुधवार को हुई बैठक में कुल 13 शहरों में लखनऊ सहित 12 नगर निगम व एक मात्र रामपुर नगर पालिका परिषद को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित करने के लिए चुना गया था। रैंकिंग सूची में 75-75 फीसद अंक के साथ 13वें स्थान पर मेरठ व रायबरेली शहर के रहने के बावजूद सरकारी प्रेसनोट में सिर्फ मेरठ को चुनने की बात कही गई थी,लेकिन चयनित शहरों के संबंध गुरुवार को नगर विकास विभाग द्वारा केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को भेजे गए ब्योरे में रायबरेली शहर का नाम भी शामिल किया गया है।

चयनित शहर व मिले अंक (प्रतिशत में)

1-मुरादाबाद - 90

2-अलीगढ़ - 90

3-सहारनपुर - 87.50

4-बरेली - 86.11

5-झांसी - 85

6-कानपुर - 82.50

7-इलाहाबाद - 82.50

8-लखनऊ - 82.50

9-वाराणसी - 82.50

10-गाजियाबाद - 82.50

11-आगरा - 82.50

12-रामपुर - 78.13

13अ-रायबरेली - 75

13ब-मेरठ - 75