- गणतंत्र दिवस के मद्देनजर पुलिस ने बनाया हेलीकॉप्टर से निगहबानी का प्लान

- जमीन पर बदमाश पकड़े नहीं जा रहे हेलीकॉप्टर से पकड़े जाएंगे आतंकी

- मेरठ से दो और बागपत से एक खूंखार बंदी चल रहा फरार, राहुल खट्टा ने भी किया नाक में दम

केस 1

डेट : 9 जनवरी 2015

प्लेस : विक्टोरिया पार्क के सामने

समय : दोपहर 2 बजे

वारदात : सात बदमाश दो बंदियों को पुलिस कस्टडी से छुड़ाकर ले गए। विरोध करने पर बदमाशों ने पिस्टल से फायरिंग की। बाल संप्रेक्षण गृह से पेशी कराके कारागार जाते हुए वारदात हुई थी।

स्टेटस : फरार हुए अच्छरौंडा निवासी मोनू और धर्मपुरी निवासी अरविंद का दस दिन बीत जाने के बाद भी सुराग नहीं लग रहा है।

केस 2

डेट : 16 दिसंबर 2014

प्लेस : बागपत

समय : सुबह 10.30 बजे

वारदात : उत्तराखंड पुलिस बदमाश अमित भूरा को पेशी पर बागपत लेकर आई, जहां बदमाशों ने हमला कर उसे छुड़ा लिया।

स्टेटस : वारदात के बाद आईजी, डीआईजी सब हरकत में आ गए। यूपी और के डीजीपी ने मीटिंग कर प्लान तैयार किया। इसके बावजूद पुलिस भी फेल साबित हुई। पुलिस ने अमित पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है।

केस 3

डेट : 3 नवंबर 2014

प्लेस : हापुड़ का गांव धौलाना

समय : शाम 5 बजे

वारदात : ईंट भट्ठा व्यवसायी नवीन कंसल व चालक कृष्णगोपाल का अपहरण कर लिया गया। पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई। पुलिस ने उन्हें सरधना के कालिंदी गांव से छुड़ाया और तीन बदमाश गिरफ्तार किए। राहुल खट्टा भागने में कामयाब रहा।

स्टेटस : इसको पकड़ने के लिए तो उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा और यूपी की पुलिस लगी हुई है, लेकिन आज तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इनामी राहुल खट्टा पर अपहरण, लूट, डकैती और हत्या के कई केस पहले से हैं।

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Meerut: चार बदमाशों में से तीन ऐसे बदमाश हैं, जो पुलिस की कस्टडी से फरार हो गए। एक बदमाश ऐसा है जो पुलिस के हाथों से कई बार फिसल गया है। लेकिन आज तक कोई सुराग नहीं लग सका है। खास बात यह है कि इन मामलों की आईजी मेरठ जोन आलोक शर्मा और डीआईजी मेरठ रेंज रमित शर्मा खुद मानिटरिंग कर रहे हैं। लेकिन इनका कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। सवाल है कि जमीन पर शातिर बदमाशों को पकड़ने में फेल पुलिस आसमां से क्या आतंकियों पर निगरानी रखेगी। दरअसल गणतंत्र दिवस पर हाई अलर्ट के चलते पुलिस प्रशासन ने आकाश से निगहबानी करने का निर्णय लिया है। धरातल पर जब काम ढंग से नहीं हो पा रहा हो तो आसमां से भला कैसे हो सकता है।

फेल हो रहा प्रशासन

हाई सिक्योरिटी जोन से दो बदमाशों का फरार हो जाना, बागपत पर पुलिस से एके ब्7 लूटकर बंदियों को छुड़ाना बहुत बड़ा मामला है। इन मामलों में आईजी जोन आलोक शर्मा, डीआईजी रमित शर्मा ने स्वंय मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की थी, पूरे मामले की खुद मानीटरिंग कर रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके कोई भी बदमाश को पकड़ पाने में सफलता हाथ नहीं लग रही है। जो भी प्लान उच्च स्तरीय बदमाशों ने बनाया था, किसी भी प्लान का मकसद पूरा कर पाने में सफलता हाथ नहीं लग सकी। एसपी से लेकर लखनऊ में बैठे अधिकारी सब विफल साबित हो रहे हैं। बंदी बाहर मौज उड़ा रहे हैं।

कहीं दिखावा तो नहीं

गणतंत्र दिवस पर हमारे देश में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा आ रहे हैं, ऐसे में यूं तो पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। लेकिन एनसीआर में काफी सर्तकता बरती जा रही है। मेरठ के गंगानगर में मिले फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज के बाद और गंभीरता जताई जा रही है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर से निगरानी रखने का प्लान बनाया, जिसके चलते मेरठ को हेलीकॉप्टर भी मुहैया सरकार द्वारा कराया जा रहा है। हेलीकॉप्टर संदिग्धों पर निगरानी रखेगा, लेकिन सवाल बार-बार एक आ रहा है। जब धरातल पर पुलिस को सफलता हाथ नहीं लग रही है तो आकाश से कैसे सफलता हाथ लगेगी। पुलिस की सक्रियता की पोल फरार बंदी ही खोल रहे हैं।

मेरठ में और भी है वांछित

ये चार तो बड़े बदमाश हैं, जो पुलिस के हाथों से फिसलकर गए हैं, लेकिन कई और ऐसे बदमाश हैं जो संगीन मामलों में वांछित चल रहे हैं। जी हां मेरठ में पचास से अधिक वांछित बदमाश फरार चल रहे हैं। वहीं रेंज में पहुंचकर इनकी संख्या ढाई सौ से अधिक हो जाती है। इतना ही नहीं जोन में तीन सौ से अधिक फरार हैं। जिनका सुराग लगा पाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में आतंकियों को हेलीकॉप्टर से क्या पकड़ा जा सकता है। जब चिन्हित हुए बदमाश ही पुलिस की पहुंच से दूर चल रहे हैं।

इन्होंने कहा

सभी मामले गंभीर हैं। सब मामले मुझे ध्यान है। मैं सभी मामलों में मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल करने गया था। हमारी टीम वर्क कर रही है सभी वांछित पकड़े जाएंगे।

-आलोक शर्मा

आईजी

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सभी बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है। जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। जहां तक गणतंत्र दिवस पर निगरानी की बात है यह हेलीकॉप्टर से की जाएगी, जिस पर हर संदिग्ध पर नजर हमारे द्वारा बनाई गई टीम रखेगी।

-रमित शर्मा

डीआईजी

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