विश्वविद्यालय में सम्मानित हुई कंपोस्टिंग यूनिट लगाने वाली संस्थाएं

प्रत्येक यूनिट की जियो टैगिंग कराने के लिए भी दिए निर्देश

Meerut। मेरठ में है दम, इंदौर से बढ़कर होंगे हम, नारे के साथ यह दावा किया है कि मेरठ नगर निगम यूपी का सबसे बेहतरीन कंपोस्टिंग मॉडल बनेगा। यही नहीं निगम ने यह दावा भी किया है कि हम शहर के कूडे़ का शत-प्रतिशत निस्तारण करेंगे। इसके तहत शुक्रवार को सीसीएसयू में आयोजित कार्यक्रम में अपने संस्थानों, स्कूल-कॉलेजों, अस्पताल, होटल व आरडब्लूए में कंपोस्टिंग यूनिट लगाने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों को कमिश्नर द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कमिश्नर ने इस अभियान के लिए जनमानस का सहयोग लेने और प्रत्येक यूनिट की जियो टैगिंग कराने के लिए निर्देशित किया।

58 प्रतिनिधियों का सम्मान

इस अवसर पर कंपोस्टिंग यूनिट लगाने वाले 50 व्यक्तियों तथा अभियान में सहयोग देने वाले आठ व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयुक्त अनीता सी। मेश्राम ने कहा कि स्वच्छता व सफाई के लिए वह अपने स्तर से प्रयास कर रही हैं तथा सबसे पहले उन्होंने अपने कार्यालय में ही कंपोस्टिंग यूनिट लगवाई। उन्होंने कहा कि पहले हमें उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए तब दूसरों से कुछ करने के लिए कहना चाहिए। उन्हानें कहा कि मेरठ में स्वच्छता का नया मॉडल विकसित किया जा रहा है, जिसमें सभी का सहयोग आवश्यक है।

महुआ से समस्या का निस्तारण

आयुक्त ने आमजन से अपील करते हुए नगर निगम के स्वच्छता ऐप महुआ को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर उसका उपयोग करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि ऐप के माध्यम से करीब 10 प्रकार की समस्याओं के फोटो अपलोड कर उसका निस्तारण 48 घंटे के अंदर कराया जा सकता है। फोटो अपलोड होने के 24 घंटे के अंदर नगर निगम संबंधित अधिकारी से संपर्क स्थापित करता है।

कंपोस्िटग से निजी हॉस्पिटल दूर

अभियान के नोडल अधिकारी डॉ। मनोज त्रिपाठी ने बताया कि 300 स्कूल-कॉलेज, संस्थानों, आरडब्लूए, होटल, अस्पताल व कार्यालयों में कंपोस्टिंग यूनिट लगाने का लक्ष्य है। जिसमें से अभी तक 128 में कंपोस्टिंग यूनिट लगाई जा चुकी है लेकिन प्राइवेट हॉस्पिटल द्वारा अभी इस दिशा में काम नहीं हो रहा है। शहर के केवल एक निजी हॉस्पिटल ने अभी कंपोस्टिंग यूनिट लगाई है। हालांकि दिसंबर तक तीन हजार व्यक्तिगत कंपोस्टिंग यूनिट लगाने का लक्ष्य है, जिसमें से 100 घरों में आगामी 15 दिनों में यूनिट लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 64 कंपोस्टिंग यूनिट साइट का जियो टैंगिंग भी करा दिया गया है और शेष पर कार्य चल रहा है।

फूलों से हवन सामग्री

मनोज त्रिपाठी ने बताया कि कंपेास्िटग तीन प्रकार की होती है। जिसमें वर्मी, पिट व वैदिक कंपोस्टिंग शामिल है। उन्होंने बताया कि फूलों से हवन सामग्री बनाने की मशीन नगर निगम द्वारा क्रय की गई है। इस मशीन से हवन सामग्री बनाने के बाद बेची जाएगी।

यह रहे मौजूद

इस अवसर पर सीसीएसयू के रजिस्ट्रार ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ। आरसी गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल डॉ। पी.के। बंसल, नगर आयुक्त मनोज चौहान, नगर मजिस्ट्रेट शैलेंद्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश कुमार चौधरी समेत विभिन्न विद्यालयों एव महाविद्यालयों से आए प्रधानाचार्य, प्राचार्यगण उपस्थित रहे।