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नगर निगम के दूसरे खुले सदन में पार्षदों ने एक स्वर में दी चेतावनी

पहली ही बरसात में शहर की हुई नारकीय स्थिति से भड़के नजर आए

ALLAHABAD: शहर के 80 वार्डो से चुन कर सदन पहुंचे विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े पार्षद वैसे तो अलग-अलग विचार रखते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों में हुई शहर की नारकीय स्थिति ने सभी को एकजुट कर दिया है। यह नजर आया नगर निगम की ओर बुलाई गई सदन की दूसरी बैठक में। सदन में जुटे 80 में 69 पार्षदों ने एक स्वर से एडमिनिस्ट्रेशन को आड़े हाथों लिया। यही नहीं पार्षदों ने व्यवस्था नहीं सुधरने पर आंदोलन तक की चेतावनी दे डाली।

वार्ड की समस्याओं को रखा

बजट के साथ ही अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाए गए सदन में 50-55 पार्षद से अधिक नहीं पहुंचते थे। लेकिन शनिवार को जलकल बजट के साथ जलभराव आदि समस्याओं पर चर्चा के लिए 69 पार्षद सदन में पहुंचे। यह स्थिति बताती है कि शहर की समस्या कितनी गंभीर है। सबसे बड़ी बात ये रही कि पार्षद सदन में न सिर्फ पहुंचे, बल्कि अपने-अपने वार्ड की समस्याओं को मजबूती से रखा भी।

शहर में एक तरफ लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है। दूसरी तरफ पूरे शहर में जमकर पानी का व्यापार चल रहा है। धड़ल्ले से आरओ प्लांट चल रहे हैं। ये कैसे चल रहे हैं? परमिशन किसने दी?

कमलेश तिवारी

जलकल एडमिनिस्ट्रेशन 100 परसेंट पेयजल आपूर्ति का दावा करता है, लेकिन 30 प्रतिशत पानी लॉस हो रहा है, जो एक बहुत बड़ा फाल्ट है। इसकी वजह से कई मोहल्लों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है।

आनंद घिल्डियाल

सीवर लाइन का काम गैर प्रशिक्षित लोगों को दिया गया। उन्होंने खुदाई कर शहर को नरक बना दिया। बुधवार को हुई बारिश के बाद दो दिन में जितना काम हुआ, वही काम पहले होता तो दिक्कत न होती।

किरण जायसवाल

पूरा दरियाबाद इलाका रो रहा है। सड़क व गलियों को खोद कर छोड़ दिया गया है। गंदे व बदबूदार पानी की आपूर्ति की जा रही है। कोई हादसा होता है तो जीएम जल संस्थान के खिलाफ एफआईआर कराऊंगा।

एहतेशाम रिजवी

नगर निगम में मनमानी की हद हो गई है। पिछले दो दिनों से वार्ड 80 करेली के 200 घरों में पानी भरा हुआ है। बार-बार शिकायत के बाद भी जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई।

रोहित मालवीय

अमृत योजना के पेयजल आपूर्ति में सुधार की बात कही जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि पुरानी जर्जर लाइनों का क्या करेंगे। मीटर लगाने के बाद पाइप लाइन बिछाए जाएंगे या फिर शहर खोदा जाएगा।

कुसुमलता गुप्ता

मोहत्सिमगंज

सीवर लाइन साफ करना हो या अमृत योजना के साथ पानी का कनेक्शन करना हो। हर काम के लिए लोगों से 1500 से 2000 रुपये तक मांगा जा रहा है। बगैर पैसा लिए कोई काम नहीं हो रहा है।

जगमोहन गुप्ता

पूरे दारागंज एरिया में पानी की समस्या बनी हुई, क्योंकि पाइप लाइनें पुरानी हो चुकी हैं। दारागंज कच्ची सड़क पर सीवर ध्वस्त हो चुका है। गंदे पानी आपूर्ति की समस्या पूरा शहर झेल रहा है।

अल्पना निषाद

ट्यूबवेल लगाकर पानी निकाला जा रहा है, लेकिन जल कैसे बचाएं, इस पर कोई भी विचार नहीं कर रहा है। 2001 में एक सेंटीमीटर से अब तक 365 सेंमीटर नीचे भूमिगत जलस्तर पहुंच चुका है।

कमलेश सिंह

चौखंडी एरिया में पानी की इस कदर समस्या है कि लोग सीवर का पानी पी रहे हैं। अब बहुत हो गया, एक माह का समय दिया जा रहा है। एक महीने में परिस्थितियां नहीं बदली तो आर-पार की लड़ाई होगी।

रमेश मिश्रा

शहर में सीवर लाइन बिछाने का मानक कैसे तय हुआ, अधिकारी ये बताएं। ठठेरी बाजार, हमाम गली, गढ़ी कला, सब्जी मंडी, पत्थर वाली गली में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है।

जिया उबैद

विभागों की लापरवाही और कारस्तानी का ठिकरा पार्षदों के सिर पर फूट रहा है। कमीशनखोरी के चक्कर में पार्षदों को कुछ भी नहीं बताया जाता है। लेकिन अब पानी सिर से उपर जा चुका है।

अतहर रजा लाडले

मुंडेरा बाजार, मीरापट्टी, मुंडेरा गांव में पानी की जबर्दस्त समस्या बनी हुई है। पब्लिक हमसे सवाल पूछती है, वहीं निगम अधिकारी हमारे सवालों का जवाब नहीं देते हैं।

दीपक कुशवाहा

पब्लिक से गृहकर से ज्यादा जलकर लिया जाता है। इसके बाद भी निगम और जलकल के बजट में भारी अंतर क्यों है। गंदा पानी सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। सीवर का पानी घरों तक पहुंच रहा है।

ओपी द्विवेदी

बैठक से गायब रहे ये 11 पार्षद

वार्ड पार्षद

3 राधा देवी

4 शिवकुमार

10 रूपा देवी

11 वीरेंद्र कुमार भारतीया

14 सविता केसरवानी

19 रतन कुमार दीक्षित

30 हसीना बेगम

37 आनंद अग्रवाल

52 उर्मिला यादव

61 ऋषि कुमार निषाद

69 तसलीमउद्दीन