- पहले पूछे गए सवालों के जवाब न मिलने पर पार्षदों ने नहीं होने दी चर्चा

-अब 29 अगस्त को होगी बैठक, विकास के कई प्रोजेक्ट अधर में लटके

बरेली : पार्षदों के धरने और हंगामे के चलते शहर के विकास को एक बार फिर ब्रेक लग गया। थर्सडे सुबह 11.30 बजे से शुरू हुई। मेयर डॉ। उमेश गौतम ने जैसे ही बैठक की कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए तो भाजपा पार्षद सतीश कातिब ने पहले पूछे गए सवालों के जवाब न मिलने पर धरने में बैठ गए। उनके समर्थन में सपा पार्षद दल के नेता राजेश अग्रवाल भी आ गए। जिसके बाद सभी पार्षद एकजुट हो गए और जमकर हंगामा किया। हंगामे के चलते बोर्ड बैठक में एक भी विकास के मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकी। वहीं नगर आयुक्त ने 27 अगस्त तक सभी सवालों के जवाब देने का आश्वासन दिया। वहीं अब अगली बैठक 29 अगस्त को होगी।

इन मुद्दों पर होना थी चर्चा

बैठक में स्मार्ट सिटी योजना के तहत करीब 114 करोड़ के बजट से चार प्रमुख प्रोजेक्ट फाइनल होने थे। नगर निगम के बगल में करीब 2236 वर्ग मीटर में जमीन पर अंडर ग्राउंड पार्किंग बनाने, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर तैयार करने, एलन क्लब परिसर में मल्टी लेवल पार्किंग, कुष्ठ आश्रम के पास वाली करीब सात हजार वर्ग मीटर की जमीन पर पीपीपी मोड में सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक बनाने और किला गैराज के पास कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाने का प्रस्ताव शामिल था।

वर्जन

पार्षदों की शिकायत जायज है। अफसरों को 27 अगस्त तक का समय दिया है। वह सभी पार्षदों के सवालों के जवाब दें। पार्षदों को बुलाकर जवाब से संतुष्ट करें। 27 अगस्त तक जो भी अफसर जवाब नहीं देंगे। उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास कर शासन को भेजा जाएगा।

डॉ। उमेश गौतम, महापौर