टाइम और प्रैक्टिस जरूरी

मई 2014 में प्री-मेडिकल और प्री-डेंटल सीट्स के लिए होने वाले एआईपीएमटी एग्जाम के लिए ऑनलाइन अप्लीकेशन स्टार्ट हो चुका है। एग्जाम की डेट फाइनल होने के साथ ही पहले बोर्ड और फिर एंट्रेंस की तैयारी दोनों के कारण स्टूडेंट्स के माइंड पर प्रेशर होना लाजमी है, लेकिन यह प्रेशर आपको नुकसान पहुंचा सकता है। एक्स्पट्र्स का कहना है कि एग्जाम कोई भी हो दिमाग का शांत रहना बेहद जरूरी है। कोर्स रिलेटेड तैयारी तो सभी कर रहे है, लेकिन माइंड को स्टेबल रखना भी जरूरी है। माइंड को एक ही दिन में स्टेबल करना मुमकिन नहीं है इसके लिए टाइम और प्रैक्टिस दोनों की जरूरत पड़ती है।

क्या कहते हैं एक्सपट्र्स

एआईपीएमटी के लिए स्टूडेंट्स को पहले से माइंड को शांत रखना होगा। एग्जाम के वक्त मेंटली सबसे ज्यादा प्रॉब्लम देर तक बैठे रहने से आती है। इसके लिए जरूरी है अभी से स्ट्डीज की सिटिंग लंबी करें। आमतौर पर बच्चे का दिमाग ज्यादा देर तक एक ही चीज नहीं कर पाता ऐसे में दिमाग की एक्सेप्टेंस पावर इंक्रीज करने के लिए लंबी सिटिंग की प्रैक्टिस आपके लिए हेल्पफुल साबित होगी। ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस में जरा सा कंफ्यूजन प्रॉब्लम पैदा कर सकता है। रटने से ज्यादा कॉन्सेप्ट्स पर स्ट्डीज करें। कॉन्सेप्ट की डेप्थ में जाकर फंडामेंटल क्लियर रखे।

- वैभव राय, डायरेक्टर, वीआर क्लासेज।

एंट्रेंस एग्जाम चाहे वो पीएमटी, जेईई, क्लैट, कैट या मैट किसी भी एग्जाम में मेंटली फिट तभी रहा जा सकता है जब टारगेट पहले से सेट हो। इसके लिए डेली लाइफ रूटीन, डिसिप्लिन और टारगेट्स को अचीव थिंक को लाइफ में एप्लाई करना होगा। अगर इन सबको अपनी लाइफ में शामिल कर लिया जाए तो ऑटोमेटिकली आप मेंटली फिट रहेंगे। गोल सैट होना सबसे ज्यादा जरूरी है।

- अमित मित्तल, डायरेक्टर, करियर लॉन्चर्स

किसी भी इंसान का दिमाग पैंतालीस मिनट के बाद काम करना बंद कर देता है ऐसे में स्टूडेंट को अपने माइंड को स्ट्रेस दिए बिना क्वेश्चंस अटेम्ट करने होंगे। हालांकि एंट्रेंस एग्जाम को सब्जेक्ट्स वाइज ही डिजाइन किया गया है। जिसकी टाइमिंग पैंतालीस मिनट ही रखी जाती है ताकि माइंड पर प्रेशर पड़े बिना ही काम किया जा सके। देश में 87 परसेंट लोग एंट्रेंस एग्जाम बिना किसी तैयारी के ही देते हैं। पेरेंट्स को चाहिए कि बच्चे के गोल और इंट्रेस्ट को समझें। अगर पेरेंट्स बच्चे के इंट्रेस्ट को समझ जाते हैं तो माइंड से आधा स्ट्रेस तो वही खत्म हो जाता है। बाकी अपने टारगेट को लेकर बच्चे की तैयारियों पर निर्भर करता है। माइंड को स्ट्रेस फ्री रखकर और बिना जल्दबाजी किए अगर क्वेश्चंस किए जाए तो रिजल्ट बेहतर आना लाजमी है।

- डा। मुकुल शर्मा, साइकोलॉजिस्ट

एआईपीएमटी एग्जाम में हेल्पफुल टिप्स

सब्जेक्ट्स की तैयारी स्टेप वाइज करें

कॉन्सेप्ट्स को क्लियर रखें

बेसिक्स पर पकड़ बनाने के लिए एनसीईआरटी की बुक्स की हेल्प लें

कैमेस्ट्री पर खासतौर पर कॉन्संट्रेट करें। 100 परसेंट स्कोरिंग सब्जेक्ट होने की वजह से बेहद जरूरी है।

बॉटनी सब्जेक्ट की प्रीपेरेशन पर भी ध्यान ज्यादा दें।

आर्गेनिक और फिजिकल कैमेस्ट्री के बेसिक्स जितने हो सके क्लियर रखें।

करेंट अफेयर्स की जानकारी भी लगातार रखें।

करंट अफेयर्स बेहद इंपोर्टेंट है, रेगुलर अपडेट रहने से स्कोर बेहतर रहेगा।