- रजिस्ट्रेशन के लिए सीनियर सिटीजंस पहुंचने लगे हैं पर्यटन कार्यालय

- योजना को लेकर शासन स्तर से अभी जारी नहीं हुए दिशा-निर्देश

>DEHRADUN: पूर्व में कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई मेरे बुजुर्ग, मेरे तीर्थ योजना इस बार भी बहाल रहेगी या नहीं, इस पर संशय बरकरार है। इधर, पिछले सालों की तर्ज पर इस बार भी यात्रा के लिए सीनियर सिटीजंस अपने आवेदन लेकर पर्यटन कार्यालयों में पहुंचने लगे हैं। अफसर उन्हें योजना के फॉर्म भरने को तो दे रहे हैं, लेकिन योजना का लाभ उन्हें मिल भी पाएगा या नहीं, इसे लेकर वे भी असमंजस में हैं।

अब तक कोई दिशा-निदर्ेश नहीं

ख्0क्फ् की आपदा के बाद कांग्रेस शासनकाल में म्0 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गो को बद्रीनाथ, गंगोत्री, पीरान कलियर व पांवटा साहिब की निशुल्क यात्रा कराने की शुरुआत की गई थी। इसके तहत ख्0क्भ् में क्90 सीनियर सिटीजंस ने यात्रा की, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा ख्भ्0 से ज्यादा रहा। अब प्रदेश में भाजपा सरकार काबिज है और कांग्रेसी शासनकाल की यह योजना इस बार बहाल रहेगी या नहीं इसे लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। अफसरों का कहना है कि इस बारे में सरकारी स्तर पर उन्हें अभी कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किया गया है। हालांकि योजना के तहत निशुल्क यात्रा के लिए उनके पास सीनियर सिटीजंस आने लगे हैं और उन्हें फॉर्म दिए जा रहे हैं। शुक्रवार को आर्डिनेंस फैक्ट्री में साइंटिस्ट रह चुके एमके अग्रवाल भी क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय पहुंचे और पत्नी के साथ बदरीनाथ यात्रा पर जाने की इच्छा जताई। कार्यालय द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया कि शासन द्वारा जैसे निर्देश होंगे उसके अनुरूप उन्हें सूचित किया जाएगा।