रैपिड रेल के लिए एमडीए को अंशदान के तौर पर 10 करोड़ देने के लिए बढ़ा दबाव

मेरठ मेट्रो के लिए शासन से नहीं हुआ पिछले 2 माह से कोई पत्राचार

Meerut। इन दिनों रैपिड रेल की प्रक्रिया रफ्तार पकड़ रही है तो वहीं मेट्रो परियोजना फिलहाल फाइलों में धूल फांक रही है। रैपिड रेल के लिए कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देश पर मेरठ विकास प्राधिकरण अंशदान के 10 करोड़ रुपये का बंदोबस्त कर रहा है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने प्राधिकरण को जल्द से जल्द अंशदान की धनराशि मुहैया कराने के लिए कहा है जबकि मेरठ मेट्रो केंद्र सरकार की अनुमति के इंतजार में है। एमडीए उपाध्यक्ष साहब सिंह ने बताया कि रैपिड रेल के लिए एमडीए अंशदान के रूप में 10 करोड़ की प्रारंभिक धनराशि का जल्द भुगतान करेगा। फिलहाल मेरठ मेट्रो की रिवाइज डीपीआर यूपी कैबिनेट से अप्रूवल के बाद केंद्र सरकार के समक्ष मंजूरी के लिए गई है।

सरपट दौड़ रही रैपिड परियोजना

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना सरपट दौड़ रही है। केंद्र सरकार द्वारा 32,000 करोड़ रुपये की धनराशि की अनुमति के बाद इस परियोजना से अटकलों के बादल छंट गए हैं। वहीं पिछले दिनों साहिबाबाद से दुहाई के बीच 4 स्टेशन के लिए सिविल वर्क के टेंडर भी ओपन किए गए हैं। गाजियाबाद के बाद मेरठ में निर्माणी संस्था एनसीआरटीसी ने एलाइनमेंट फाइनल करने के लिए बड़े स्तर पर सर्वे आरंभ कर दिया है। भूमि अधिग्रहण के लिए कॉरपोरेशन स्टेट गर्वमेंट के संपर्क में है, जल्द ही भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही भी आरंभ कर दी जाएगी।

एमडीए देगा 10 करोड़

बता दें कि एमडीए को परियोजना के लिए अंशदान के तौर पर प्रारंभिक 10 करोड़ रुपये का बंदोबस्त करके देना है। एमडीए वीसी साहब सिंह ने बताया कि अवस्थापना निधि के मद की यह धनराशि जल्द ही एनसीआरटीसी को दी जाएगी। बता दें कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को 40 करोड़ रुपये एनसीआरटीसी को देने हैं।

रैपिड रेल की अहम बातें

कुल 90.6 किमी दूरी तय करेगी रैपिड रेल।

60 किमी का ट्रेक ऐलिवेटेड और 30 किमी का ट्रेक अंडरग्राउंड होगा।

दिल्ली में 10 किमी और मेरठ में 20 किमी की दूरी अंडरग्राउंड तय करेगी रैपिड रेल।

पहले फेज में 52 किमी में साहिबाबाद से परतापुर तक होगा फोकस।

दूसरा फेज-वैशाली से सराय काले खां तक होगा।

तीसरा फेज-परतापुर से मोदीपुरम तक होगा।

सड़क से 5.5 मीटर ऊंचाई पर दौड़ेगी रैपिड रेल

रैपिड रेल की अधिकतम रफ्तार होगी 180 किमी प्रति घंटा।

रैपिड रेल की औसत रफ्तार होगी 80 किमी प्रति घंटा।

सराय काले खां से मेरठ की दूरी 62 मिनट में होगी तय।

प्रत्येक कोच एसी होगा, सभी में 225 यात्रियों की क्षमता

अटका मेट्रो का काम

करीब 2 माह पहले मेरठ मेट्रो की रिवाइज डीपीआर कैबिनेट से एप्रूवल के बाद केंद्र सरकार को भेजी गई है। फिलहाल मेट्रो परियोजना मंजूरी के लिए केंद्र सरकार की चौखट पर ही है। इस दौरान रैपिड रेल के आ जाने से मेट्रो का स्वरूप भी मेरठ में छोटा हो गया है। फिलहाल द्वितीय चरण में श्रद्धापुरी से मेडिकल कॉलेज रूट पर ही मेट्रो का संचालन प्रस्तावित है। शासन की ओर से भी मेट्रो को लेकर पिछले 2 माह से कोई पत्राचार नोडल एजेंसी मेरठ विकास प्राधिकरण के साथ नहीं हुआ है।