राइट्स द्वारा तैयार कॉरीडोर में बदलाव के लिए जनता ने दिए सुझाव

आगरा। शहर में मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए एडीए की कवायद शुरू हो गई है। शुक्रवार को एडीए व राइट्स के अधिकारियों ने मेट्रो ट्रेन के लिए आगरा के लोगों के सुझाव लिये, तो सर्वाधिक लोग एमजी रोड से मेट्रो ट्रेन के संचालन में इंट्रेस्टेड दिखाई दिए। एडीए अधिकारियों का कहना है कि जनता के सुझाव पर एडीए और राइट्स के अधिकारी विचार मंथन करेंगे।

बनेगी रिपार्ट

बैठक में आगरा के लोगों के सुझाव लिए गए। विभिन्न सुझाव मिले। अब आगे प्रथम चरण में कॉरीडोर का फैसला लेने के साथ ही इसकी फिजिबिलटी रिपोर्ट और डीपीआर तैयार कराने का काम राइट्स से कराया जाएगा। एडीए, राइट्स और लखनऊ मेट्रो रेल कॉपरेशन के अधिकारियों ने विभिन्न मार्गो पर सात कॉरीडोर तैयार किए हैं। इन कॉरीडोर पर जनता से सु़झाव मांगे गए थे।

ये आए सुझाव

शहर के विभिन्न व्यवसायों से जुडे़ 42 लोगों ने इस बैठक में हिस्सा लेकर अधिकारियों के सामने सुझाव दिए। इसमें सर्वाधिक लोगों का सुझाव था, कि मेट्रो ट्रेन को एमजी रोड से गुजारा जाए। कारण है कि एमजी रोड पर सर्वाधिक जाम की स्थिति रहती है। और मुख्य बिजनेस पाइंट, मार्केट, हॉस्पीटल इस मार्ग पर हैं। वहीं कुछ लोगों ने यह कहा कि मेट्रो ट्रेन को कमलानगर या बल्केश्वर से चलाया जाए। कुछ लोगों ने सुझाव दिया, कि सिकंदरा की जगह रुनकता से मेट्रो ट्रेन की शुरुआत की जाए। सर्वाधिक लोगों ने राइट्स द्वारा तैयार की गई कॉरीडोर जिसमें दयालबाग से भगवान टॉकीज, हरीपर्वत, राजामंडी, कलेक्ट्रेट, प्रताप पुरा, माल रोड होते हुए होटल ट्राइडेंट को पसंद किया।

इन पर कहा कुछ हो बदलाव

राइट्स द्वारा तैयार किया गया कॉरीडोर जिसमें सिकंदरा से बोदला, एमजी रोड-2, मानस नगर, शिवाजी नगर, साकेत नगर, पचकुइयां होते हुए सुभाष पार्क और यहां से होटल ट्राइडेंट को भी पसंद किया, लेकिन इसमें लोगों का सुझाव था, कि सिकंदरा की जगह रुनकता से इसकी शुरुआत की जाए। वहीं सिकंदरा से गुरु का ताल, लॉयर्स कॉलोनी, भगवान टॉकीज, वाटर व‌र्क्स, रामबाग होते हुए इनर रिंग रोड तक पहुंचने वाले मेट्रो रेल प्लान पर लोगों की मिक्सड ओपिनियन रही।

अब तय होगा, किस मार्ग की तैयार होगी डीपीआर

एडीए के चीफ इंजीनियर शिवाजी सिंह, कैप्टन प्रभाशुं श्रीवास्तव, सीटीपी इख्तियार अहमद के साथ राइट्स के पांच अधिकारी मौजूद रहे। जनता द्वारा जो सुझाव दिए गए, उन पर मंथन किया जाएगा। जनता ने जिस कॉरीडोर पर सर्वाधिक जोर दिया है, उसके लिए डीपीआर तैयार कराने का काम किया जाएगा।