PG में भी अब OMR से एग्जाम

-काशी विद्यापीठ में टेक्निक आधारित एग्जाम पर दिया जा रहा जोर

--MBA में ट्रायल सफल होने के बाद अब अन्य सब्जेक्ट्स में भी OMR सिस्टम को आजमाने की तैयारी

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में अब पीजी के एग्जाम में भी ऑप्टिकल मार्कर रीडर (ओएमआर) सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया गया है। क्योंकि इसका ट्रायल भी सफल हो चुका है। जी हां, यूनिवर्सिटी के एमबीए के करेंट सेशन के स्टूडेंट्स ने ओएमआर सिस्टम से एग्जाम दिया और उनका कुछ घंटे में ही रिजल्ट भी डिक्लेयर हो गया। इससे न केवल टाइम की बचत हुई बल्कि कॉपियों को चेक करने के लंबे-चौड़े प्रॉसेस से भी मुक्ति मिल गयी। इसे देखते हुए सेशन ख्0क्8-ख्0क्9 से पीजी क्लासेज के एग्जाम में भी इस सिस्टम को लागू करने की तैयारी चल रही है।

यहां से मिली प्रेरणा

गवर्नर रामनाईक ने यूनिवर्सिटी में टेक्निक का अधिक से अधिक यूज करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद काशी विद्यापीठ के पीजी लास्ट सेमेस्टर के एग्जाम में ओएमआर (आप्टिकल मार्कर रीडर) पर आधारित पेपर कराने का डिसीजन लिया गया है। ताकि एग्जाम का रिजल्ट समय से डिक्लेयर किया जा सके। इसके पीछे टाइम से एग्जाम कराने व त्रुटि रहित रिजल्ट डिक्लेयर करने की मंशा है। इसे अन्य पीजी कोर्सेज में आजमाया जाएगा।

छह जिले के कॉलेजेज में लाखों स्टूडेंट्स

काशी विद्यापीठ से वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर, सोनभद्र व बलिया डिस्ट्रिक्ट के कॉलेज एफिलिएटेड हैं। इन कॉलेजेज में परीक्षार्थियों की संख्या लगभग चार लाख पहुंच गई है। परीक्षार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए टाइम पर रिजल्ट देना यूनिवर्सिटी के लिए चुनौती बनता जा रहा है। इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने पीजी के लास्ट ईयर के एग्जाम में ओएमआर सिस्टम लागू करने का डिसीजन लिया है। इससे पहले एमबीए के लास्ट सेमेस्टर में ओएमआर सिस्टम लागू किया गया तो वह सफल रहा।

यूनिवर्सिटी टेक्निक आधारित एग्जाम कराने के लिए नित नये नये प्रयोग कर रही है। इससे समय से रिजल्ट डिक्लेयर करने में आसानी होगी।

डॉ। पी नाग, वीसी

काशी विद्यापीठ

प्वाइंट टू बी नोटेड

-ब्भ्0 हैं एफिलिएटेड कॉलेज

-छह डिस्ट्रिक्ट तक यूनिवर्सिटी का है क्षेत्र

-चार लाख से अधिक हैं स्टूडेंट्स

-यूनिवर्सिटी का एनटीपीसी व गंगापुर में भी है कैंपस

-लाखों कॉपियों को चेक करने में लगता है टाइम

-साल में दो बार एग्जाम कराने में यूनिवर्सिटी का सेशन हो रहा इफेक्टेड

-ओएमआर सिस्टम में कंप्यूटराइज्ड डाटाबेस बनाने में मिलेगी हेल्प

-कॉपी चेक करने को एग्जामिनर्स का नहीं करना होगा इंतजाम