- आई कार्ड चेकिंग के दौरान पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारियों को लौटाये जाने से नाराज छात्रों ने किया बवाल

- दबाव में विवि प्रशासन ने छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों व छात्रनेताओं को यूनिवर्सिटी में आने की दी छूट

-सीआरपीएफ सहित पुलिस ने किया कैंपस में फ्लैग मार्च

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पूर्व छात्रनेताओं का परिसर में प्रवेश रोके जाने से खफा छात्रों ने बुधवार को प्रशासनिक भवन पर जमकर बवाल काटा। पंत प्रशासनिक भवन के चैनल गेट के पास धरने पर बैठ यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों का उग्र रूप देख विवि प्रशासन ने पुलिस सहित सीआरपीएफ की एक टुकड़ी भी बुला ली। सीओ चेतगंज अंकिता सिंह भी मौके पर पहुंच स्थिति को संभाला। कई दफा छात्रों का पुलिस से नोकझोंक हुई। नजाकत को भांप विवि प्रशासन ने छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों व छात्रनेताओं के लिए यूनिवर्सिटी का गेट खोल दिया। तब जाकर छात्र नेता शांत हुए।

समर्थकों को नो इंट्री

चुनाव के मद्देनजर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कैंपस में सतर्कता बढ़ा दी है। 14 अक्टूबर तक गेट नंबर तीन भी बंद कर दिया गया है। बाहरी युवकों का कैंपस में प्रवेश रोकने के लिए बुधवार को छात्रों के परिचय पत्र की सघन जांच की गई। इस दौरान दर्जनों बाहरी युवकों को गेट से ही वापस कर दिया गया। इसमें छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी व छात्रनेता भी शामिल रहे। इससे नाराज छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि वर्तमान सत्र में दाखिला न होने के कारण छात्रसंघ के कई पूर्व पदाधिकारियों के पास परिचय पत्र नहीं है। परिचय पत्र के अभाव में पूर्व छात्रों का परिसर में प्रवेश रोकना अनुचित है। छात्रों के अनुरोध पर चीफ प्रॉक्टर ने छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दे दी। हालांकि उनके समर्थकों को परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी।

राज्यमंत्री से लेकर विधायकों तक दौड़

कल के बाद से छात्रसंघ चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसे लेकर राजनीतिक दलों के स्टूडेंट विंग में हलचल तेज हो गई है। भाजपा के एबीवीपी, सपा के सछास और कांग्रेस के एनएसयूआई में पैनल को लेकर बैठकों का दौर मठाधीशों के यहां शुरू हो गया है। अधिकतर छात्र उम्मीदवार एबीवीपी का टिकट पाने के लिए बेकरार हैं। इसके लिए भाजपा के राज्यमंत्री सहित विधायकों के दर की दौड़ भी लगा रहे हैं।