मेलबर्न (पीटीआई)। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान रहे माइकल क्लॉर्क का कहना है कि मौजूदा वक्त में कंगारु खिलाड़ी भारतीय क्रिकेटर्स को स्लेज नहीं कर पाते हैं। ऐसा इसलिए है ताकि उनका आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट न रद हो जाए। क्लॉर्क का यह कमेंट कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों के इंडियन प्रीमियर लीग में बड़ी बोली लगने के कई महीनों बाद आया। आईपीएल 13 के लिए हुए नीलामी में कंगारु क्रिकेटरों पर करोड़ों की बोली लगी थी। तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने नीलामी में सबसे महंगी विदेशी खरीद का रिकॉर्ड तोड़ा, जब उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 15.5 करोड़ रुपये में खरीदा था। ग्लेन मैक्सवेल ने किंग्स इलेवन पंजाब से 10.75 करोड़ रुपये कमाए, जबकि नाथन कूल्टर नाइल को मुंबई इंडियंस ने 8 करोड़ में खरीदा।

कोहली को स्लेज करने से डरते हैं

ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान आरोन फिंच को कोहली के नेतृत्व वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 4.4 करोड़ रुपये में खरीदा गया। कंगारु खिलाडिय़ों की इतनी बड़ी बोली को लेकर माइकल क्लॉर्क का अब कमेंट आया है। क्लार्क ने बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट को बताया, 'हर कोई जानता है कि आईपीएल के साथ अंतरराष्ट्रीय या घरेलू स्तर पर खेल के वित्तीय भाग के संबंध में भारत कितना शक्तिशाली है। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम या अन्य कोई टीम भारत के खिलाफ ऐसे वक्त खेलने जाती है (आईपीएल से पहले) तो उन्हें डर लगता है। वे कोहली या अन्य भारतीय खिलाडिय़ों को स्लेज करने से बहुत डरते हैं क्योंकि उन्हें पता है अप्रैल में हमें इन्हीं के साथ खेलना है।

पैसे कमाने की है चाहत

क्लॉर्क आगे कहते हैं, 'ऐसे 10 खिलाडिय़ों के नाम की लिस्ट बनाई जा सकती है जो कह सकते हैं कि, मैं कोहली को स्लेज नहीं कर सकता क्योंकि उन्हें बैंगलोर टीम में चुना जाए ताकि वह अगले कुछ हफ्तों में मिलियन डॉलर कमा सकें।' माइकल क्लॉर्क ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि ऑस्ट्रेलिया उस छोटे से दौर से गुजरा है जहाँ हमारा क्रिकेट थोड़ा नरम हो गया है या नहीं जितना कि हम देखने के आदी हैं।'

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