शाहजहांपुर (पीटीआई)। कोरोना के चलते देश में लगे लॉकडाउन के बीच एक दुखद खबर सामने आई है। दिल्ली में रहने वाले एक मजदूर साइकिल से बिहार अपने घर जा रहा था, मगर रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, मजदूर की पहचान 32 साल के धरमवीर के रूप में हुई। धरमवीर अपने कुछ साथियों के साथ दिल्ली से बिहार में स्थित अपने घर के लिए निकला था। वह यूपी के शाहजहांपुर पहुंचा ही था कि उसकी रास्ते में तबियत बिगड़ गई और फिर मौत हो गई।

अस्पताल पहुंचते के बाद मौत

शाहजहांपुर पुलिस ने कहा कि धरमवीर कुछ अन्य मजदूरों के साथ 28 अप्रैल को साइकिल से दिल्ली से बिहार के खगडिय़ा के लिए निकला था।शुक्रवार की रात, वे शाहजहाँपुर में दिल्ली-लखनऊ राजमार्ग पर रुके थे। जब धरमवीर की हालत बिगड़ गई, तो मजदूर उसे मेडिकल कॉलेज ले गए, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव गुप्ता ने कहा कि धरमवीर के नमूने कोविड ​​-19 परीक्षण के लिए लिए गए हैं। साथ ही उनके साथी मजदूरों को क्वारांटाइन भेज दिया गया है और उनके नमूने भी परीक्षण के लिए भेजे जाएंगे।

पब्लिक के लिए यह पहली ट्रेन

देश के कई राज्यों में मजदूर लॉकडाउन के चलते फंस हुए हैं। हालांकि सरकार ने 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेन चलवाई है। जिसके चलते जो मजदूर दूसरे शहर या राज्य में फंसा है वह ट्रेन से अपने घर जा सकता है। भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन के बीच शुक्रवार को तेलंगाना से झारखंड जाने वाले प्रवासियों के लिए विशेष सुविधा प्रदान की है। रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान फंसे प्रवासियों के लिए तेलंगाना के लिंगमपल्ली से झारखंड के हटिया तक के लिए एक स्पेशल रेलगाड़ी चलाई। 25 मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद से पब्लिक के लिए यह पहली ट्रेन चली है।

दो हफ्ते और बढ़ा लॉकडाउन

कोरोना संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लॉकडाउन दो हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है। पहले यह 3 मई को खत्म हो रहा था, मगर 4 मई से फिर से लॉकडाउन 17 मई तक चलेगा। इस दौरान देश में सभी यात्री ट्रेनें और हवाई सेवा स्थगित रहेंगी। इस बार लॉकडाउन में ग्रीन जोन वाले इलाकों को छूट दी गई है।

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