कानपुर। दुनिया के सबसे सफल व सबसे खतरनाक मुक्केबाजों में से एक माइक टायसन आज यानी कि 30 जून को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटेनिका के मुताबिक, माइक टायसन का जन्म 30 जून, 1966 को न्यूयॉर्क (अमेरिका) के ब्रुकलिन में हुआ था। टायसन ने अपने प्रोफेशनल मुक्केबाजी करियर में कुल 58 फाइट लड़ीं, जिसमें से वो 50 में जीते और 6 में हारे। इनमें से 44 फाइट नॉकआउट जीत थीं। साल 1989 में टायसन को सेंट्रल स्टेट यूनिवर्सिटी (ओहाइयो) ने मानद उपाधि से सम्मानित किया। बताया जाता है कि जब टायसन का जन्म हुआ तो उनके पिता घर छोड़कर चले गए थे। तब से उनकी देखभाल उनकी मां करती थीं लेकिन वो भी हमेशा उनको लेकर परेशान रहीं क्योंकि टायसन घर पर बहुत कम आते थे। उनका पूरा दिन सड़कों पर मारपीट करने में बीत जाता था। वह बचपन से ही बहुत शरारती थे, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स दावा करती हैं कि टायसन 13 साल की उम्र तक कई बार गिरफ्तार किए जा चुके थे।

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दुष्कर्म के मामले में गए जेल

टाइसन जब 16 साल के हुए तो उनकी मां का निधन हो गया। इसके कुछ दिन बाद उनकी मुलाकात एक पूर्व मुक्केबाज बॉबी स्टीवर्ट से हुई और उन्होंने उनकी प्रतिभा को समझा और उन्हें ट्रेनिंग देने दी। जब टाइसन की मुक्केबाजी हर जगह पॉपुलर होने लगी तो कुछ अन्य दिग्गज कोच भी उनके साथ जुड़ गए। 1985 में 18 साल की उम्र में टायसन को अपना पहला पेशेवर मुक्केबाजी मैच खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपने पहले ही मैच में शानदार मुक्केबाज हेक्टर मर्सिडीज को पहले ही राउंड में चित कर दिया। इसी तरह टायसन का करियर तेजी से आगे बढ़ता रहा लेकिन समय समय पर वह विवादों में भी घिरते रहे। 1991 में टायसन को 18 साल की एक युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें छह साल जेल की सजा सुनाई गई लेकिन 1995 में उन्हें आखिरकार रिहा कर दिया गया।

जेल से बाहर आने के बाद भी कम नहीं हुई पॉपुलैरिटी

जेल से बाहर आने के बाद टायसन की फैन फॉलोविंग कम होने के बजाय और बढ़ गई थी। बॉक्सिंग रिंग में वापसी करने के बाद उन्होंने खूब कमाई की। एक बार सिर्फ एक फाइट से उन्होंने 96 मिलियन डॉलर की कमाई की। बता दें कि 1996 में इवेंडर हॉलीफील्ड ने टायसन को विश्व हेवीवेट खिताब की फाइट में हराकर दुनिया में खलबली मचा दी। इस हार के बाद टायसन काफी गुस्से में थे। इसके अगले साल दोनों के बीच फिर से मुकाबला हुआ, जिसमें टायसन ने अपने दांतों से हॉलीफील्ड का एक कान का हिस्सा काट लिया। इस घटना के रेफरी ने तुरंत टायसन को डिसक्वालीफाइ कर दिया। इसके बाद कुछ समय के लिए उनका बॉक्सिंग लाइसेंस भी रद हो गया। 1998 में टाइसन दो मोटरसाइकिल चालकों की पिटाई करने के मामले में फिर जेल गए, जबकि एक फाइट में अपने विरोधी मुक्केबाज का हाथ तोड़ने का प्रयास भी किया। इसी तरह वह अपनी निजी जिंदगी में खूब विवादों में रहे।

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