दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से इस्माईल कॉलेज में आयोजित किया गया मिलेनियल्स स्पीक कार्यक्रम

शिक्षा, सुरक्षा और रोजगार जैसे अहम मुद्दों पर युवाओं ने रखी राय

 

MEERUT : मिलेनियल्स स्पीक कार्यक्रम युवाओं का खासतौर पर कहना था कि हमें एक ऐसी सरकार चाहिए जो अहम मुद्दों पर बोल्ड और कंक्रीट डिसीजन ले सके। वहीं आरक्षण के मुद्दे पर भी युवाओं के अलग-अलग विचार रहे। इस मौके पर नगमा ने कहा कि आरक्षण सिर्फ किसी जाति के आधार पर न मिले बल्कि योग्यता के आधार पर मिलना चाहिए, क्योंकि एक गरीब का बच्चा भी जनरल कैटेगरी से भी हो सकता है। निशा ने कहा कि यूथ में चेतना खत्म हो रही है, वो नोटा को प्रेफर कर रहे है, लेकिन नोटा केवल वहीं दबाता है, जिसको विकल्पों को चुनने का ज्ञान न हो। नगमा ने कहा कि अगर महागठबंधन हुआ तो वो दिन दूर नहीं जब देश महाबर्बादी की कगार पर खड़ा होगा। वहीं अनु ने कहा कि पीएम ने पिछले पांच सालों में जैसा नेतृत्व किया है, जिस गति से देश आगे बढ़ रहा है, ऐसा प्रगतिशील नेता रहा तो देश जरुर विश्व में भी शक्तिशाली बनेगा।

 

कथनी नहीं करनी हो जरूरी

युवाओं का कहना है कि नेता कहने वाला नहीं, करने वाला होना चाहिए। नगमा ने कहा कि अभी तक ऐसे ही नेता आए हैं जो कहते हैं करते नहीं, लेकिन पहली बार ऐसी सरकार है जिसने कहने के साथ ही, करके भी दिखाया है। स्वीटी ने कहाकि नेता अपने बारे में नही सबके बारे में सोचने वाला होना चाहिए, जो सबका साथ सबके विकास की बात करें।


सतमोला खाओ कुछ भी पचाओ

पूरी चर्चा में यूथ के अनुसार न हजम होने वाला मुद्दा 370 धारा रहा। आखिर ये धारा न हटाने के पीछे सरकार का क्या मकसद है, धारा-370 हटने से कश्मीर के युवाओं को रोजगार मिलेगा, जिससे पत्थरबाजों पर लगाम लगेगी, लेकिन सरकार इसपर कुछ नहीं कर रही है। वहीं कुछ यूथ का ये कहना था ये बात हजम नहीं होती, भारत में नोटबंदी किसी मकसद से हुई समझ नहीं आया, पब्लिक को परेशान किया गया लाइने लगी, गरीब परेशान हुआ।

 

कड़क मुद्दा

चर्चा के दौरान युवाओं के बीच शिक्षा और रोजगार ही सबसे ज्यादा कड़क मुद्दा रहा। युवाओं ने कहाकि बेहतर एजुकेशन लेने के बाद भी आज के दौर में जॉब पाना बड़ी समस्या है। हालत यह है कि देश में बेरोजगारी के आंकड़े सरकार के कई दावों को ही खोखला साबित कर रहे हैं। ऐसे सरकार को इस ओर भी खास कदम उठाने चाहिए। वहीं कुछ युवा बोले, अगर देश में रोजगार की स्थिति सही नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में स्थिति काफी विकट हो सकती है।

 

पांच साल में जिस गति से देश का विकास हुआ है, ऐसा प्रगतिशील नेता ही हमें समाज के लिए चाहिए, ताकि भविष्य में देश को विश्व में शक्तिशाली बनाया जा सके। इसलिए देश में इस बार भी पूर्ण बहुमत की सरकार जरूरी है।

नगमा

 

वर्तमान में नैतिकता की जरुरत है, जो कि आज खत्म होती जा रही है, नैतिक राजनीति से ही देश का बेहतर भविष्य है। इस ओर भी सार्थक कदम बढ़ाने की जरूरत है।

निशा

 

कथनी वाली नहीं, करनी वाली सरकार चाहिए। यही नहीं हमें गुंडामुक्त सरकार चाहिए। जो भयमुक्त माहौल बना सके। साथ ही ऐसी सरकार चाहिए जो सटीक और दूरगामी फैसले भी ले सके।

स्वीटी

 

नेता वो होना चाहिए जो भारत के विकास की बात करें सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए, न कि केवल बातों पर ही देश चलाए। इसलिए बेहतर फैसले लेने वाली सरकार का ही मैं चुनाव करूंगी।

सोनिया

 

मेरे हिसाब से नेता देश की सुरक्षा करने वाला होना चाहिए, शिक्षा के प्रति विकास के काम करे यूथ के हित की बात करें। युवाओं के लिए रोजगार सबसे बड़ी समस्या है इसलिए रोजगार मुहैया कराने वाला नेता ही चाहिए।

अनु

 

 

मेरी बात

एजुकेशन को लेकर जितनी उन्नति होनी चाहिए थी उतनी नहीं हो पाई। बाकी सरकार ने काम बहुत अच्छा किया है, लेकिन जम्मू कश्मीर में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए उनकी बेहतर शिक्षा के लिए अगर कोई सरकार काम करे तो यकीनन आतंकवाद जैसे मुद्दों पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है, पत्थरबाजों पर लगाम लगाई जा सकती है। लेकिन इस तरफ किसी भी सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है ऐसा क्यों हो रहा है आखिर कुछ समझ नहीं आ रहा है।

डॉ। दीपा त्यागी, एचओडी हिंदी, इस्माईल कॉलेज

 

राष्ट्र की उन्नति करने वाली जातिवाद से उठकर काम करने वाली सरकार, देश के सुरक्षा में विभिन्न कड़े कदम उठाने वाली सरकार ही हमारी सरकार होगी। मेरे हिसाब से नेता केवल अपने तक हीं सीमित न हो। देश के पिता की तरह काम करें, ताकि हमें भी गर्व हो उसको हमने चुना है,

डॉ। नीलिमा गुप्ता, प्रिंसिपल, इस्माईल पीजी कॉलेज