-बढ़ती आबादी को ध्यान में रखकर सरकार बनाए प्लान

PATNA : देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की समाधि स्थल राजेंद्र घाट पर युवाओं की भीड़ लगी रही। अपनी-अपनी आवाज रखने के लिए युवा बेताब दिखे। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट मिलेनियल्स स्पीक सेंट्रल इलेक्शन 2019 में जब मुद्दों का दम भरने युवा खड़े हुए तो उनसे चर्चा करने रेडियो सिटी आर जे विनय ने भी अपने खास अंदाज से कड़क बातों का जोश भरा। शिक्षा व्यवस्था से लेकर देश सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर खुलकर चर्चा हुई।

युवाओं की समस्या सुलझे

समय चक्र में युवा अपनी पहचान के लिए तड़प रहा है। वह पढ़ा- लिखा और बौद्धिक रूप से भी संपन्न है। लेकिन असहज है। उसे समाधान चाहिए। यह बात कहते हुए आशुतोष झा ने युवाओं के लिए हल की बात पर जोर दिया। राजनी टी की चर्चा के शुरुआती दौर में अपनी बात रखते हुए कहा कि आज भी कई ऐसे युवा हैं जो वोट तो देना चाहते हैं लेकिन परेशान है कि उनका समाधान कहां है और किसके पास है। उनकी बात का समर्थन करते हुए आदित्य कुमार ने कहा कि बातें होती हैं लेकिन काम नहीं होता है। इसलिए उनकी उम्मीद खत्म होने लगती है। निश्चित तौर पर शिक्षा और रोजगार सबसे अहम मुद्दा है। वहीं, बीच में ही टोकते हुए प्रतीक कुमार ने कहा कि जब तक सरकार सरकारी नौकरी के समानांतर बेहतर विकल्प नहीं देगी तब तक उनकी समस्या का हल नहीं निकल सकता है।

वीर जवानों का करें सम्मान

देश के अंदर यह बड़ी समस्या है कि जब कोई जवान देश की आन- बान के लिए मर मिटता है तो लोग बयानबाजी करने लगते हैं। शिव शंकर प्रसाद कुशवाहा ने इस बात को रखते हुए नेताओं के परिवार वालों को भी देश सुरक्षा में लगाए जाने की बात कही। तब वे जान सकेंगे कि एक -एक जान कितनी कीमती होती है। उन्हें उचित सम्मान मिलना चाहिए।

आरक्षण का मामला गड़बड़

चर्चा के दौरान आरक्षण की बात जैसे ही शुरू हुई उसकी खामियों पर युवाओं ने मोर्चा खोल दिया। आदित्य कुमार ने कहा कि एक ओर आरक्षण की बात की जा रही है और दूसरी ओर क्वालिटी एजुकेशन की बात हो रही है। ये दोनों ही विरोधाभासी है। क्योंकि जब कम कट ऑफ से भी नीचे वाले छात्र का चयन आज के प्रतिस्प‌र्द्धी दौर में हो जाता है तो वह कैसे अच्छा प्रोफेशनल बनेगा? क्योंकि लर्निग प्रॉसेस ही कमजोर होगी। वहीं, पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने की खोखली बात बंद हो।

स्वच्छता में सभी बढ़ाएं हाथ

मिलेनियल्स स्पीक में आशुतोष कुमार ने कहा कि स्वच्छता भी एक बड़ा मुद्दा है। एक स्वस्थ्य वातावरण में ही लोगों का जीवन बेहतर हो सकता है। सरकार का यह अभियान सकारात्मक बदलाव ला रहा है। लेकिन लोगों को भी इसे औपचारिकता की बजाय गंभीरता से लेना चाहिए। स्वच्छता के नाम पर केवल फोटो शेयर करना सही नहीं है। इसे गंभीरता से लेना होगा।