- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा पृथ्वीनाथ मंदिर में आयोजित की गई राजनी-टी

- मिलेनियल्स ने बेबाकी से रखी अपनी बात, झूठे वादे करने वाले को नहीं करेंगे स्वीकार

DEHRADUN: दैनिक जागरण आईनेक्स्ट कीराजनी-टी के मिलेनियल्स स्पीक का कारवां ट्यूजडे को झंडा बाजार स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर पहुंचा। जहां पर युवाओं ने अपनी बेबाकी से राय रखते हुए दो टूक कहा कि वे ऐसे नेता को वोट करेंगे, जिसमें देशहित में कुछ कर गुजरने की दृढ ़इच्छाशक्ति हो। देश का सम्मान बढ़ाने की क्षमता के साथ ही समानता के अधिकार के लिए लड़ने का दम हो। स्वच्छ छवि, युवाओं के लिए नई सोच, नारी व हेल्थ सिक्योरिटी प्रमुख मुद्दे यकीनन इस बार जनरल इलेक्शंस में गरम रहेंगे। जबकि झूठे वादे व गठबंधन की बात करने वालों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। युवाओं ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की मिलेनियल्स स्पीक की मुहिम की भी तारीफ की। कहा, ऐसा पहला मीडिया हाउस है, जो युवाओं को अपनी बात रखने के लिए एक मंच दे रहा है। शहरों में ऐसा अभिनव प्रयास पहली बार जनरल एलेक्शन में पहली मर्तबा देखने को मिला है।

पुलवामा के शहीदों को किया नमन
राजनी-टी की शुरुआत सबसे पहले पुलवामा घटना में शहीद हुए जांबाजों को नमन के साथ हुई। उसके बाद विंग कमांडर अभिनंदन के जज्बे को सलाम भी किया गया। लेकिन युवाओं का जोश यह भी देखने लायक रहा कि पुलवामा घटना के बाद सोशल मीडिया पर जिस प्रकार से कुछ लोगों ने पाक पर बदला लेने का जोश दिखाया, वह जांबाजों की शहादत पर श्रद्धांजलि देते समय फुस्स नजर आया। कई ऐसे लोग रहे, जो श्रद्धांजलि देने तक नहीं पहुंचे। युवा बोले ऐसे में देश की सुरक्षा की बात पर कैसे भरोसा किया जा सकता है। मिलेनियल्स का कहना था कि आने वाले जनरल इलेक्शन में उनका साथ उसी कंडीडेट के साथ होगा, जो देशहित की बात करेगा, स्वच्छ छवि का होगा और गठबंधन से दूरी बनाए रखेगा। युवाओं ने राम मंदिर बनाने के वादे को भी याद दिलाया। कहा, मंदिर बनना चाहिए।

स्वास्थ्य व्यवस्था में हो सुधार
युवाओं ने विदेशों की तर्ज पर हॉस्पिटलों का इश्यू भी उठाया। कहा, अधिकतर बड़े हॉस्पिटलों में पेशेंट्स को आईसीयू में एडमिट कर दिया जाता है, लेकिन मरीज के साथ तीमारदार को प्रवेश नहीं दिया जाता है। जबकि फॉरेन कंट्रीज में सीसीटीवी कैमरे के जरिए लाइव दिखाया जाता है। लेकिन देश में ऐसी व्यवस्था नहीं है। बदले में पेशेंट्स के परिजनों को मोटा बिल भेज दिया जाता है। इस व्यवस्था को सुधारे जाने पर युवाओं ने जोर दिया। मिलेनियल्स ने लोकल इश्यू में सिटी की प्रॉपर सफाई व्यवस्था, इंप्लाएमेंट को बढ़ावा देने के साथ ही यूथ को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग, बिजली, पानी, सड़क की व्यवस्था सुदृढ़ किए जाने का भी मुद्दा उठाया।

सतमोला खाओ, कुछ भी पचाओ
लाखों युवाओं की भीड़ में हर युवा को इंप्लाएमेंट संभव नहीं है। लेकिन स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जाए तो कई यूथ खुद सेल्फ इंप्लाएमेंट जनरेट कर पाएंगे। इस पर सरकार को फोकस करना जरूरी है। वुमेंस सिक्योरिटी सबसे बड़ा इश्यू है। नाइट में महिला नौकरी करने से परहेज कर रही है। दून के इंडस्ट्रियल एरियाज में नाइट में वुमेंस अनसेफ फील कर रही हैं.

- नुपुर राणा, इंस्ट्रक्टर सेल्फ स्किल डेवलेपर्स

 

देश में समानता की पॉलिसी होनी चाहिए। जिससे भेदभाव का फर्क न आए और हर समाज में आर्थिक खाई की बराबरी हो सके। अक्सर देखने में मिल जाता है कि समानता के अभाव में इसी वजह से रिजर्वेशन, फिक्स कोटा जैसी बातें सामने आने के बाद राजनीति शुरू हो जाती है।

 

- नवीन घई, ज्वेलर्स।

 

अबकी बार युवा बेहद सजग हो चुके हैं। साफ है कि यूथ के सामने स्वच्छ छवि का प्रतिनिधित्व मायने रखेगा। बेदाग छवि के लीडर को ही जनरल इलेक्शन में प्रिरिओरिटी दी जाएगी। जिसमें देश, समाज, क्षेत्र व युवाओं के लिए कुछ करने की क्षमता हो।

 

विक्की गोयल, गारमेंट्स व्यवसायी।

 

जीएसटी की शुरुआत हुई है। शुरुआती तौर पर कुछ परेशानियां सामने आई, लेकिन धीरे-धीरे अब नई व्यवस्था ऑन ट्रैक हो रही हैं। जिसका लांग टर्म फायदा भी मिलने की उम्मीद है। लेकिन अभी भी कई बिजनेसमैन जीएसटी को लेकर प्रॉब्लम्स फील कर रहे हैं। सरकार को उनकी दिक्कतें दूर करने के लिए आगे आना चाहिए।

 

राहुल शर्मा, बिजनेसमैन।

 

मेरी बात
राम मंदिर बनना चाहिए। पहले भी वादे होते रहे हैं। जबकि राम मंदिर हिंदू आस्था जुड़ा हुआ है। ऐसे में इस पर सरकार को फैसला करना चाहिए। सरकार ने अपने मेनिफेस्टो में भी मंदिर बनाने का वादा किया था। ऐसे में सरकार इस मुद्दे से अपना पाला नहीं झाड़ सकती है।

 

 

 

संजय गर्ग, सोशल एक्टिविस्ट।

 

इलेक्शन में हमेशा इंप्लाएमेंट का इश्यू उठाया जाता है। एक पार्टी दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करती हैं। जिनके फेर में युवा आ जाते हैं। अकेले उत्तराखंड में लाखों की तादात में युवाओं की फौज है, सीमित गवर्नमेंट नौकरियां हैं। लेकिन सरकार की तरफ से यूथ पॉलिसी नहीं बन पाई है।

 

नवीन गुप्ता, होटल व्यवसायी।

 

हर जनरल इलेक्शन की तर्ज पर इस बार भी बिजली, पानी, सड़क, यूथ को इंप्लाएमेंट दिए जाने जैसे इश्यूज प्रमुख होंगे। हर बार पार्टियां इलेक्शन में उतरती हैं। बड़े-बड़े दावे करती हैं, लेकिन इलेक्शन के बाद फिर भूल जाते हैं। इस बार के इलेक्शन में यह बिल्कुल नहीं चल पाएगा, पहले ही कंडीडेट को परखने की कोशिश की जाएगी।

 

सचिन जैन, बिजनेसमैन।

 

राज्य गठन के 18 साल बाद भी सबसे ज्यादा युवाओं में नौकरी के लिए दूसरे शहरों, यहां तक की फॉरेन कंट्रीज के लिए माइग्रेशन हो रहा है। यूथ में टैलेंट है। उत्तराखंड में पलायन आयोग का गठन हुआ है, लेकिन अब तक आयोग ने युवाओं के माइग्रेशन में कोई रिसर्च सामने नहीं रखी। टूरिज्म स्टेट की बात करने वाली सरकारों को यूथ को टूरिज्म से जोड़ना चाहिए। चारधाम को छोड़ दिया जाए तो टूरिज्म में उत्तराखंड खाली लगता है।

 

रोशन राणा, सोशल एक्टिविस्ट।

 

कड़क बात
कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। वर्तमान पीएम ने व‌र्ल्ड लेवल पर जिस तरह से देश को सम्मान दिलाया है। दुश्मन के घर में घुसकर खलबली मचाई। यकीनन इसे सबको मानना ही पड़ेगा। जबकि कुछ दुश्मन देश के साथ क्या हुआ, सुबूत मांग रहे हैं। शायद इसकी जरूरत नहीं है। सबको देश के सम्मान में आगे बढ़कर सरकार को सपोर्ट करना चाहिए।

 

 

सचिन आनंद, संवाद संस्था संचालक

आज यहां चर्चा

 

 

प्लेस:- टूरिस्ट प्लेस, गुच्चूपानी

 

समय:- दोपहर 3 बजे।