- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा रोबर्स केव में आयोजित किया गया राजनी-टी मिलेनियल्स स्पीक

- मिलेनियल्स ने बेबाकी से रखी अपनी बात, टूरिज्म डेस्टिनेशंस के डेवलपमेंट पर दिया जोर

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DEHRADUN:
दून के फेमस टूरिस्ट स्पॉट में से एक गुच्चू पानी। जिसको रॉबर्स केव के नाम भी पहचाना जाता है। हर साल यहां लाखों की तादात में टूरिस्ट एंज्वॉयमेंट के लिए पहुंचते हैं। वेडनसडे को भी रॉबर्स केव में टूरिस्ट की आवाजाही के बीच दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम राजनी-टी मिलेनियल्स स्पीक के लिए पहुंची। कुल्हड़ की चाय के साथ यहां युवा वोटरों ने बेबाकी से अपनी राय रखी। सबसे बड़ा मुद्दा देश की सुरक्षा को लेकर रहा। जहां अधिकतर यूथ बोले कि देश की सुरक्षा मुद्दे पर कम से कम सवाल-जवाब करने वालों को चुप रहना चाहिए। कहा, दुश्मन देश की सीमा पार कर हमला बोल रहा है और कुछ लोग सर्जिकल व एयर स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं। यूथ बोले, गत पांच वर्षो में कुछ हादसों को छोड़ दिया जाए तो वुमेन सिक्योरिटी बेहतर रही। अटल आयुष्मान की शुरुआत की तारीफ की तो गठबंधन की रिहर्सल को झूठा करार दिया। स्टेट गवर्नमेंट ने जीरो टॉलरेंस की शुरुआत को भी बेहतर बताया।

टूरिज्म में खास होमवर्क की जरूरत
गुनगुनी धूप के बीच गुच्चूपानी के मुख्य गेट पर टी-स्टाल में ठीक तीन बजे शुरू हुए मिलेनियल्स स्पीक के दौरान युवाओं ने कहा कि उत्तराखंड में वूमेन फुल सिक्योर हैं। कहा, वर्तमान सरकार में कुछ कमियां रही हैं, जिनको सुधारने की जरूरत है। लेकिन वोट के हिसाब से वर्तमान सरकार पास हुई है। यूथ्स की फिक्र उत्तराखंड में मौजूद टूरिज्म की संभावनाओं पर स्पेशल होमवर्क की कमी को लेकर दिखी। टूरिस्ट डेस्टीनेशन को डेवलप किया जा तो माइग्रेशन पर खुद ब्रेक लग जाएगा। युवा लीडर राजीव गुरुंग का कहना था कि 2019 के चुनाव 2014 की तुलना में वर्तमान सरकार के पक्ष में होंगे। जिसमें अटल आयुष्मान, जनधन, डिजिटलाइजेशन, सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, मुद्रा लोन जैसे इश्यूज हैं। आयुष्मान योजना तो जैकपॉट साबित हो रही है। कांट्रेक्टर विवेक का कहना था कि सेल्फ इंप्लायमेंट के लिए युवा तैयार हैं, लेकिन स्किल के साथ चांस भी दिए जाने चाहिए। एसपी राय ने कश्मीर में फर्जी न्यूज चलाने वाले लोकल न्यूज पर भी कंट्रोल लगाने की पैरवी की। चाय के प्याले के साथ यूथ में सबसे ज्यादा देश की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। आखिर में पुलवामा हमले हमले में शहीद जांबाजों को भी नमन किया गया।

कड़क बात
अटल आयुष्मान योजना की शुरुआत हुई है। बेशक, जरूरतमंदों को इसका बेनिफिट मिल रहा है। लेकिन शासन से मांग है कि दून मेडिकल कॉलेज में मॉनिटरिंग के लिए पीसीएस स्तर के अधिकारी की बतौर नोडल नियुक्ति होनी चाहिए। जिनके पास आने वाले फीडबैक को शासन तक पहुंचाया जाए। जिससे योजना को और मजबूती मिल सके और कमियों को दूर किया जा सके।

 



एपी राय, सोशल एक्टिविस्ट

जनरल इलेक्शन सामने हैं तो बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं। युवा इस बार इंप्लाएमेंट की बात करेंगे। यूथ के लिए पॉलिसी तैयार होनी चाहिए। जिससे वह मिसगाइड न हो सकें। हर किसी को इंप्लाएमेंट संभव नहीं है, लेकिन स्किल डेवलपमेंट को सबसे ज्यादा प्रिरिओरिटी दी जानी चाहिए। इस बार इलेक्शन में यह इश्यू जरूर सामने आएगा।

- धीरेश गुरुंग, बिजनेसमैन।

जो पांच सालों में उम्मीदें नहीं थी, पीएम मोदी से मिली हैं। आने वाले इलेक्शन में वन साइट गठबंधन कुछ नहीं कर पाएगा। हां, कुछ कमियां जरूर रही हैं, लेकिन अब लोकसभा चुनाव में इसका भी असर नहीं पड़ेगा। सूबे में भी जीरो टॉलिरेंस की शुरुआत की गई है, लेकिन सेल्फ इंप्लाएमेंट के लिए टूरिस्ट स्पॉट को डेवलप करने की जरूरत है।

- विवेक, कांट्रेक्टर।

उत्तराखंड गठन के 19 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी भी काफी कुछ करने की जरूरत है। उत्तराखंड को टूरिज्म, ऊर्जा प्रदेश कहा जाता है। लेकिन सरकारें इन दो प्रोजेक्ट्स पर सीरियसली काम करे, आधा इंप्लायमेंट इनसे ही ि1नपट जाएगा।

- रवि थापा, लोन फाइनेंसर।

वर्तमान में भारत की रिस्पेक्ट दूसरे कंट्रीज भी कर रहे हैं। आर्मी को फ्री हैंड किया गया है। मिग से एफ-16 को मार गिराया है। इलेक्शन में इसका असर साफ दिखेगा। इस बार युवा पूरी तरह से मोदी के साथ दिखेंगे। सिक्योरिटी भी पहले की तुलना में बेहतर हुई है।

- अनुराग सिंह, सेल्फ इंप्लायर।

वर्तमान सरकार में ऑनलाइन सुविधा सबसे बड़ा अचीवमेंट है। जिससे ट्रांसपेरेंसी हो रही है। बैंक हो, रजिस्ट्री हो या फिर आधार कार्ड। पूरा डाटा सामने आ जाता है। आने वाले सालों में इसकी मजबूती और नजर आएगी। करप्शन पकड़ में आ पाएगा।

- रंजीत, कैटरिंग एक्सप‌र्ट्स।

हमेशा वूमेन सिक्योरिटी की बात की जाती है। हर शहर में महिलाएं सक्षम हैं, सुदृढ़ हैं और बराबरी का दर्जा हासिल कर रही हैं। अनफॉरच्युनेट एकाध एक्सीडेंट्स को छोड़ दें, जिसको ज्यादा तूल दिया गया। हां, जरूरत एजुकेशन व व्यवस्था में कमी को सुधारने की जरूरत है।

- ममता गुरुंग, सोशल एक्टिविस्ट।

मेरी बात
दुश्मनों के खिलाफ हुए सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक जैसे मामलों में जो लोग सबूत मांग रहे हैं। उनकी नियत पर शक है। जिन्होंने इतने साल राज किया है, क्या उन्होंने अपना हिसाब दिया। ऐसा लगता है कि ये लोग दुश्मन देश का साथ देने वाले हैं। शायद देश की सुरक्षा से जुड़े ऐसे मुद्दों पर अपनी देश विरोधी राय जनता के सामने रखने से परहेज करना चाहिए।

- राहुल रावत, युवा लीडर।

देश की सुरक्षा को लेकर दुश्मनों के खिलाफ से स्ट्राइक हुई हैं। एलओसी को पार कर दुश्मन के घर में घुसकर मार गिराने का जो साहस किया है, चंद डिसीजन मेकर्स के ही होते हैं। वहीं, राजनीति व कूटनीति दो पहलू हैं। यह संभवकर दुनिया में देश को नई पहचान मिली है। प्रसंशा की जानी चाहिए।

- विकास कुमार, टीचर।

सतमोला खाओ, कुछ भी पचाओ
देश में आरोप-प्रत्यारोप के नए गैंग सक्रिय नजर आ रहे हैं। जो सेना की वीरता पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं। दुश्मन सीमा में घुस रहा है और यहां राजनीति की जा रही है। चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा है। राजनीति का लेवल इतने नीचे पहुंच गया हो, विश्वास नहीं होता है।

- राजीव गुरुंग, युवा लीडर व सोशल एक्टिविस्ट।

रिश्वत के बिना काम नहीं चल रहा है। देश की लीडरशिप अच्छी है, लेकिन लीडरों पर शक होता है। पाक बुरा नहीं हैं, वहां के सिटीजन भी अमन-चैन से रहना चाहते हैं। लेकिन वहां भी कुछ बुरे पॉलिटिशियन हैं। इसीलिए ऐसे हालात देखने को मिल रहे हैं। ऐसी स्थितियों से पार पाने के लिए पार्टियों में छंटनी होनी चाहिए। जिससे ऐसी परिस्थितियों पर काबू पाया जा सके।

- विशाल थापली, पास आउट, पीजी स्टूडेंट।

वर्षो से उत्तराखंड को टूरिज्म स्टेट का दर्जा दिया जाता है। लेकिन ग्राउंड रियलिटी यह है कि अभी भी कई पिकनिक या फिर टूरिस्ट स्पॉट को डेवलप करने की जरूरत है। आने वाले टूरिस्ट को बेहतर फैसिलिटीज मुहैया हो, मिसबिहेव से परहेज किया जाए। यकीनन दूसरे स्टेट्स को उत्तराखंड टूरिज्म में पीछे छोड़ सकता है।

- मोहित शर्मा, बिजनेसमैन, गुच्चूपानी।

युवाओं के सामने बिग चैलेंज इंप्लायमेंट को लेकर है। कोई भी पार्टी हो या फिर उनकी सरकार, जो युवा पॉलिसी और इंप्लाएमेंट की बात करेगा, युवा उसका साथ देंगे। अब यूथ पूरी तरह से अलर्ट व सजग भी हैं। खुद पॉलिटिकल पार्टियों को अब युवाओं के बारे में सोचना ही पड़ेगा।

- आंचल, ग्रेजुएट स्टूडेंट।

जनरल इलेक्शन में डेवलपमेंट भी बिक इश्यू काउंट होता है। इस बार भी इंप्लायमेंट के साथ ही एरिया का डेवलपमेंट जिसमें रोड, एजुकेशन, बेस्ट हेल्थ फैसिलिटीज इश्यू होंगे। युवा इसी पर वोट करने की तैयारी कर रहे हैं।

- आकाश, पीजी स्टूडेंट।