- विभूतिखंड एरिया में दफ्तर खोलकर किया फर्जीवाड़ा

- इंटरव्यू और मेडिकल चेकअप के बाद थमा दिया फर्जी एयर टिकट

- न्यूजपेपर्स में विज्ञापन देकर निकाली थी नौकरी

LUCKNOW: विदेश में नौकरी का सपना देखने वालों को जालसाजों ने एक बार फिर अपना शिकार बना डाला। इस बार जालसाजों ने न्यूजपेपर्स में विज्ञापन देकर टर्की में नौकरी का ऑफर दिया। जिससे करीब 500 भोले-भाले युवक जालसाजों के झांसे में आ गए। करोड़ों रुपये वसूलने के बाद उनका इंटरव्यू लिया गया और मेडिकल जांच के बाद उन्हें फर्जी एयर टिकट थमा दिया गया। फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर भुक्तभोगी कंपनी के ऑफिस पहुंचे। जहां गेट पर ताला लटकता मिला। इसके बाद भुक्तभोगियों ने विभूतिखंड पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इंक्वायरी शुरू कर दी है।

कंस्ट्रक्शन कंपनी में बांट रहे थे नौकरी

बिहार के सीवान जिले के निवासी दीपू पांडेय के मुताबिक, करीब चार महीने पहले बिहार के न्यूज पेपर्स में सी व‌र्ल्ड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, विभूतिखंड, गोमतीनगर का विज्ञापन निकला था। इस विज्ञापन में टर्की में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में विभिन्न पदों पर नौकरी का ऑफर था। दीपू ने बताया कि उसने विज्ञापन में दिये गए मोबाइल नंबर पर कॉल कर फैब्रिकेटर पद पर नौकरी की इच्छा जताई। कंपनी की ओर से उसे 40 हजार रुपये सैलरी ऑफर की गई और बीती 23 मई को इंटरव्यू के लिये बुला लिया गया। तय दिन दीपू कंपनी के विभूतिखंड स्थित दफ्तर पहुंचा। जहां कंपनी के एमडी सुनील सिंह, अभिषेक सिंह, रवि, राकेश, जॉन्सन और श्वेता ने उसका इंटरव्यू लिया। कंपनी कर्मियों ने उसे बताया कि उसने इंटरव्यू क्लियर कर लिया है। जिसके बाद उसे कठौता चौराहा के करीब स्थित हेल्थ प्लस क्लीनिक ले जाया गया और उसका मेडिकल चेकअप किया गया। इसके बाद दीपू को जल्द सूचना देने की बात कहकर लौटा दिया गया।

ई-मेल से भेजा एग्रीमेंट

दीपू ने बताया कि इंटरव्यू के तीन दिन बाद उसके मेल पर कंपनी की ओर से एग्रीमेंट लेटर भेज दिया गया। 10 दिन बाद कंपनी ने स्पीड पोस्ट से उसके पते पर टर्की जाने के लिये मल्टिपल वीजा भेज दिया। पूरा विश्वास जमने के बाद कंपनी की ओर से बीती 17 जून को दीपू को बैंक ऑफ इंडिया का अकाउंट नंबर देकर उसमें 65 हजार रुपये जमा कराने को कहा गया। दीपू ने रकम जमा करा दी। रकम जमा होने के बाद 20 जून को उसे एयर टिकट दिया गया। यह टिकट 1 जुलाई का था। दीपू ने बताया कि उसके आस-पड़ोस में रहने वाले युवकों की फ्लाइट 29 जून को दिल्ली से थी। जब वे लोग दिल्ली पहुंचे तो पता चला जो टिकट उन्हें थमाए गए हैं, ऐसी कोई फ्लाइट ही नहीं है। उन युवकों ने दीपू को कॉल कर पूरी बात बताई।

कंपनी में लटका मिला ताला

जानकारी मिलने पर दीपू और उसके साथियों के होश उड़ गए। वे लोग आनन फानन में बुधवार दोपहर विभूतिखंड स्थित कंपनी के दफ्तर पहुंचे जहां ताला लटका था। आस-पड़ोस में जानकारी करने पर पता चला कि यह कंपनी कर्मी मंगलवार शाम ही कंपनी में ताला बंद कर फरार हो चुके हैं। जिसके बाद भुक्तभोगी थाना विभूतिखंड पहुंचे और दीपू ने पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने उसकी तहरीर पर धोखाधड़ी व कूटरचना की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली। एसओ विभूतिखंड सतेंद्र राय ने बताया कि भुक्तभोगियों ने बताया है कि जालसाजों ने करीब 500 लोगों से बैंक में रकम जमा कराई है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।