-6 माह में सेक्टर 3 और 6 हो जाएगा विकसित

-270 हेक्टेयर में रामगंगा आवासीय नगरीय योजना के तहत हो रहा काम

-2004 में परियोजना पर शुरू हुआ काम

-12 सेक्टर में बसाई जानी है टाउनशिप

-2827 प्लॉट्स बीडीए ने बनाए हैं टाउनशिप में

-1802 प्लॉट्स का अब तक हो चुका है अलॉटमेंट

बरेली। रामगंगा आवासीय नगरीय योजना के तहत बीडीए 'मिनी बरेली' को बसाने में लगी है। 2004 से 270 हेक्टेयर में धीमे गति से चल रहे काम को रफ्तार देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से अब काम किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि छह माह के अंदर सेक्टर तीन और सेक्टर छह को विकसित कर लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। जिसके बाद भूखंड की रजिस्ट्री के भी काम में तेजी आएगी।

सेक्टर सात में धीमे गति से काम

योजना के तहत 12 सेक्टर बसाए जाने हैं। किंतु अभी तक सेक्टर 1, 3, 4, 5, 6, 7 और सेक्टर 9 में काम चल रहा है। लेकिन इसमें भी सेक्टर सात में काम की गति बहुत ही धीमी बताई जा रही है। हालांकि इसे गति देने की बात विभाग कर रहा है।

हाल ही में पांच पार्क स्वीकृत

योजना के तहत सड़क, नाली, बिजली, सीवर लाइन और वाटर सप्लाई का काम चल रहा है। सेक्टर तीन और 6 में टेंडर होने के बाद काम भी शुरू कर दिया गया है, जबकि सेक्टर तीन, दो और सेक्टर 6 में चार पार्क बनाने के प्रस्तावों पर मुहर लग चुकी है। इसमें सेक्टर तीन में एक पार्क का निर्माण चल रहा है।

एक हजार प्लॉट्स की होनी है रजिस्ट्री

विभागीय आंकड़ों के मुताबिक योजना के तहत बीडीए के पास दो हजार 827 प्लॉट्स हैं। इसमें से एक हजार 802 प्लॉट्स का अलॉटमेंट किया जा चुका है, जिसमें 500 लोगों ने किश्त अदा कर अपनी रजिस्ट्री करा ली है, जबकि 1025 प्लॉट्स का अलॉटमेंट होना बाकी है।

इस साल 65 रजिस्ट्री

जनवरी से अब तक 65 लोगों ने रामगंगा आवासीय नगर योजना के तहत रजिस्ट्री कराई है। इसमें 50 लोगों ने प्लॉट और 15 लोगों ने भवन की रजिस्ट्री कराई है।

नोटिस के बाद भी नहीं दिया 65 करोड़ मुआवजा

बीडीए ने आवासीय परियोजना के लिए डोहरिया, मोहनपुर (रामनगर), अहरौला, चंदपुर और बिचपुरी के ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण किया था। इसमें करीब 80 परसेंट किसानों को 168 करोड़ रुपए मुआवजा दिया, जबकि 20 परसेंट किसानों का करीब 65 करोड़ का मुआवजा नहीं दिया है, जबकि 2015-16 में ही बीडीए के नाम जमीन अमलदरामद हो गई। इसे लेकर बीडीए को एसएलएओ ने नोटिस दिया था, लेकिन अभी तक काश्तकारों का भुगतान नहीं हो पाया है। इस संबंध में बीडीए के अधिकारियों का कहना है कि बीडीए ने 100 करोड़ रुपये लोन लेकर 168 करोड़ रुपये काश्तकारों का दे दिया है। बाकी 20 परसेंट काश्तकारों की जमीन का मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है।

वर्जन

रामगंगा आवासीय नगरीय योजना के कार्याे में तेजी आई है। कई और प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। सेक्टर तीन और 6 करीब छह माह में विकसित होने की उम्मीद है.-दिव्या मित्तल, बीडीए वीसी