-मिनी सदन की बैठक में पार्षदों के हंगामे के बीच कई अहम प्रस्ताव हुए पास

-सड़क पर छुट्टा पशु पाये जाने पर पशुपालक पर अब दो हजार रुपये तक जुर्माना

VARANASI

पार्षदों के हंगामे के बीच मिनी सदन में शहर के विकास से जुड़े कई अहम प्रस्ताव पास हुए। टाउनहाल में मंगलवार को नगर निगम के मिनी सदन की हुई बैठक में पार्षदों की संस्तुति पर उनके वार्डो में 25 लाख रुपये तक विकास कार्य कराने का फैसला सबसे अहम रहा। पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने एकमत होकर यह प्रस्ताव पास कर दिया। वहीं रोड पर छुट्टा पशु पकड़े जाने पर पशुपालक पर अब 350 रुपये की जगह पहली बार एक हजार और दूसरी बार दो हजार रुपये जुर्माना लगाने का फैसला भी खास रहा। बुधवार को भी सुबह 11 बजे से मिनी सदन की बैठक होगी।

वाटर मीटर का मामला शासन को

बैठक के दौरान नगर निगम की अनुमति के बिना घरों में हाउसहोल्ड वाटर मीटर लगाने का पार्षदों ने एक स्वर में विरोध किया। इस पर सदन की अध्यक्षता कर रहीं मेयर मृदुला जायसवाल ने नगर आयुक्त डॉ। नितिन बंसल को इस सम्बंध में शासन से पत्राचार करने का निर्देश दिया। पार्षदों का कहना था कि शहरियों को साफ पानी मुहैया कराने में जलकल विभाग असफल साबित हुआ है। इन्होंने आरोप लगाया कि घरों में वाटर मीटर लगाने के नाम पर यूपी जलनिगम के कर्मियों की ओर से वसूली की जा रही है।

एमएलसी के तर्क पर हुए निरुत्तर

पार्षदों ने कहा कि जलकल विभाग भवन स्वामियों से जल मूल्य और जलकर दोनों वसूलता है। जवाब में जलकल के जीएम बीके सिंह ने कहा कि जल मूल्य और जलकर में जिसकी धनराशि ज्यादा होती है। उसे लिया जाता है। इस पर विधान परिषद सदस्य शतरुद्र प्रकाश ने बताया कि खुद उनके यहां जल मूल्य और जलकल की रसीद भेज दी गई थी। शतरुद्र प्रकाश ने नगर निगम एक्ट समेत तमाम अन्य तर्क भी दिए। कई पार्षदों ने भी जलकल के अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठाया। इस पर जलकल के जीएम निरुत्तर हो गए।

इन फैसलों पर भी लगी मुहर

- शहर के व्यवसायिक भवनों की हाउस टैक्स की दरें बढ़ेंगी ताकि निगम का रेवेन्यू बढ़े।

- भवनों का नामांतरण निर्धारित अवधि में पूरा करने के लिए कैम्प लगेंगे।

- निगम कर्मियों पर तय समय में पब्लिक के काम नहीं करने पर तत्काल कार्रवाई होगी।

-पशु पकड़ने के बाद काजीहाउस में रखने का खर्च अब 50 रुपये की जगह 150 रुपये मिलेगा।

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में उप सभापति नरसिंह दास बाबा, पार्षद सुरेश चौरसिया, संदीप त्रिपाठी, विजय सोनकर, शिवप्रकाश मौर्या, राजेश यादव, पूर्णमासी गुप्ता, श्यामआसरे मौर्या, प्रशांत सिंह, अजीत सिंह, सीताराम केशरी, रमजान अली, हाजी ओकास अंसारी, उर्वशी जायसवाल, दरक्शा, विजेता चौधरी, मिथिलेश साहनी, गोपाल प्रसाद यादव, सुनील कुमार सोनकर, बबलू शाह, मनोज कुमार सिंह, अशोक मौर्या, शंकर साहू, विजय कुमार, संदीप कुमार श्रीवास्तव, लकी वर्मा, शीला भारद्वाज समेत अपर नगर आयुक्त अजय कुमार सिंह, संयुक्त नगर आयुक्त रमेश चन्द्र सिंह, राकेश कुमार यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एके दूबे, जलकल सचिव रघुवेन्द्र कुमार आदि थे।