-मिनी सदन में शिव सेठ की पत्नी को नौकरी के लिए प्रस्ताव न भेजे जाने पर हुआ बवाल

- शासन को अवगत न कराने पर हुई जोरदार बहस, उलटी टेबल

VARANASI

नगर निगम के मिनी सदन की बैठक एक बार फिर हंगामे और ड्रामे की भेट चढ़ गयी। सोमवार को बैठक में पार्षद शिव सेठ का मुद्दा उठा। मांग थी कि पार्षद की पत्नी को सरकारी नौकरी और परिवार को आर्थिक मदद का प्रस्ताव शासन को भेजा जाए। इस मुद्दे पर छह दिसंबर को मिनी सदन की हुई बैठक में सहमति भी बनी थी। लेकिन प्रस्ताव पास होने के बाद भी केंद्र व प्रदेश सरकार को न भेजने पर पार्षद अजीत सेठ ने सवाल उठाया। इस पर मेयर ने प्रस्ताव लाने की बात कहीं तो अजीत सेठ ने आगे रखी मेज पलट दी। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया और मेयर ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।

पास हो चुका था प्रस्ताव

नगर निगम में छह दिसंबर को पार्षद शिव सेठ के परिजनों को केंद्र और प्रदेश सरकार से भ्0-भ्0 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ ही पत्नी को सरकारी नौकरी देने का प्रस्ताव रखा गया था। जिस पर सभी पार्षदों की सहमति मिली और पास हो गया। मेयर ने इस मांग से केंद्र और प्रदेश सरकार को अवगत कराने के लिए पत्र लिखने का आदेश दिया था। साथ ही सदन की कार्रवाई से शिव सेठ के परिजनों को भी अवगत कराने का आदेश दिया था।

अपनी बात से पलटे मेयर

सोमवार को मिनी सदन की बैठक में मेयर ने कहा कि इस तरह का कोई प्रस्ताव पास नहीं हुआ था। मेयर की इस बात पर पार्षद अजीत सेठ ने हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि पार्षद अशोक सेठ, वरुण सिंह, शंकर विशनानी, प्रशांत सिंह पिंकू आदि ने बीच-बचाव कर मामले को संभाला और सदन में पास प्रस्ताव को राजनीतिक रंग न देने की बात कहते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार को पत्र लिखने की मांग की।