-मंत्री ने रांची डीआरएम को किया ट्विट

-ट्रेन के रांची पहुंचने पर पिता-पुत्री की रेल कर्मियों ने कराई बातचीत

-रक्सौल से नागपुर के लिए ट्रेन से रवाना हुए थे कमलेश सिंह

-मोबाइल की बैट्री डिस्चार्ज हो गई थी, चार्ज में लगाने पर मोबाइल चोरी हो गया

RANCHI: ट्रेन में यात्रा कर रहे पिता से काफी देर तक बातचीत नहीं होने पर चिंता से घिरी उनकी बेटी ने रेलमंत्री सुरेश प्रभु को ट्विट कर दिया। उनकी सलामती के लिए मदद मांगी। घटना रविवार रात की है। इसके बाद रेलमंत्री ने रांची डीआरएम को ट्विट किया और जब ट्रेन पहुंची, तो आरपीएफ के जवानों ने लड़की से उसके पिता की बातचीत करवाई। पिता के मोबाइल का बैट्री डिस्चार्ज हो गया था, जिसे वो चार्ज में लगा कर सो गए। उठे तो मोबाइल गायब था। लड़की के पिता रक्सौल से नागपुर के लिए रवाना हुए थे।

यह है मामला

ट्रेन संख्या क्700म् दरभंगा-हैदराबाद एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच नंबर बी-क्, बर्थ ख्9 में यात्रा कर रहे कमलेश सिंह से उनकी पुत्री समिधा हालचाल नहीं ले पाई। काफी देर मोबाइल पर फोन करने व उनका मोबाइल बंद होने के बाद उन्होंने मजबूरन पिता की खोज के लिए रेलमंत्री को ट्विट कर उनसे मदद मांगी। इसी क्रम में उनका मोबाइल का बैट्री डिस्चार्ज हो गया। वे मोबाइल को चार्ज में लगा कर सो गए। जब सीतामढ़ी स्टेशन में उठे तो मोबाइल गायब था। इसके बाद उनका अपनी पुत्री से कोई संपर्क नहीं हो पाया। इधर, रेलमंत्री ने रांची डीआरएम को ट्विट कर दिया। इसके बाद जब यह ट्रेन रांची पहुंची तो आरपीएफ के जवान तैयार थे। बर्थ में कमलेश को पाया और आरपीएफ के एसआई आरए मीणा ने पिता की उनकी बेटी से बातचीत करवाई। समीधा ने शाम सात बजे रेलमंत्री को ट्वीट की थी। उस समय ट्रेन रास्ते में थी और रात 9.क्0 बजे जब ट्रेन रांची पहुंची, तो बाप-बेटी की बात कराई गई। वहीं आरपीएफ द्वारा कमलेश को मोबाइल गुम होने की शिकायत बरौनी जीआरपी में करने की भी बात कही गई।

रेलमंत्री के ट्विटर का हो रहा दुरुपयोग

रांची रेलमंडल में रेलमंत्री को ट्विट करने को लेकर कई लोगों ने मजाक बना दिया। इसका दुरुपयोग भी होने लगा हैं। हर छोटी सी छोटी समस्या के लिए रेलमंत्री को ट्विट कर दिया जाता है। इससे ट्रेन में चल रहे यात्री को राहत तो मिल जाती हैं, परंतु अन्य यात्रियों, रेलकर्मियों व सुरक्षा कर्मियों को दिक्कत हो जाती हैं। रविवार को भी रेलमंत्री के ट्विट के बाद दरभंगा-हैदराबाद एक्सप्रेस को थोड़ी देर के लिए तलाशी के लिए रोक दिया गया। समय होने पर ट्रेन को रवाना किया गया। यह प्रक्रिया हर स्टेशन में की गई। बाद में रांची स्टेशन में संबंधित व्यक्ति को खोजा गया। तब तक रेलकर्मी सहित सुरक्षाकर्मी सिर्फ फोन में बात करवाने के लिए परेशान रहे। रांची रेलमंडल में रेलमंत्री को ट्वीट किए जाने की यह तीसरी घटना है। पहली घटना बोकारो स्टेशन में घटी। जहां एक महिला ने बच्चे के लिए डाइपर की मांग की। वहां स्टेशन मास्टर ने जाकर पहले महिला को डाइपर पहुंचाया, तब ट्रेन रवाना हुई। दूसरी पहल राजधानी एक्सप्रेस में मोबाइल चोरी को लेकर की गई। इसमें भी हर स्टेशन में ट्रेन में पूछताछ हुई।