आगरा। स्कूली बच्चों से लेकर ऑफिस जाने वाले लोग जहरीली गैस से होकर गुजर रहे है। शहर में फैली धुंध में लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। गले में खराश और आंखों में जलन पैदा कर रहा है। बीते कुछ दिनों में एसएन मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट रोग विभाग में सांस के मरीजों की 15 से 20 प्रतिशत संख्या बढ़ी है। स्वास्थ्य विभाग ने वातावरण को ध्यान में रखते हुए हेल्थ एडवायजरी जारी कर दी है।

सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं रखें दुरुस्त

सीएमओ डॉ। मुकेश वत्स ने बताया कि एसएन मेडिकल कॉलेज और जिलाअस्पताल में निर्देश दे दिए गए हैं कि वह अपने यहां ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाई का पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रखें। किसी भी सांस के मरीज का बिना लापरवाही किए तुरंत इलाज शुरू करे। किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें।

स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी

-घरों से निकलते समय मास्क लगाकर निकले।

-छोटे बच्चों को घरों के अंदर रखें।

-बच्चों को स्कूल जाते समय रूमाल से मुंह ढंकने को कहें।

-जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें।

-वाहनों का कम प्रयोग करें।

-संभव हो तो आसपास जाने के लिए पैदल चलें।

-बीमार और बुजुर्ग ऐसे में खासकर अपना ख्याल रखें।

स्मॉग इन दिनों बहुत बढ़ा हुआ है। लोग ऐसे में सावधानी बरतें। बच्चे और बुजुर्ग जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलें। मुंह पर मास्क लगाकर और आंखों पर चश्मा लगाकर घर से बाहर निकलें। साथ ही लोगों से यह अनुरोध है कि वाहनों का कम प्रयोग करें। आसपास जाने के लिए साइकिल या फिर पैदल जाने का प्रयास करें।

डॉ। मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ

वायु में फैला प्रदूषण सीधा नाक से पहुंचकर फेफड़ों पर असर डाल रहा है। कुछ ही दिनों में सांस की बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। लोग मुंह एवं नाक पर रूमाल रखकर बाहर निकलें।

डॉ। संतोष कुमार, विभागाध्यक्ष, टीबी एंड चेस्ट रोग डिपार्टमेंट