-यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराने का आरयू को मिला था जिम्मा

-जुलाई में शुरू हो गया था सेशन, फीस न मिलने से सेमेस्टर एग्जाम और प्रोजेक्ट में हो रही प्रॉब्लम

आरयू के कॉलेजेज

535 कॉलेजेज है आरयू से संबद्ध

9 डिस्ट्रिक्ट में हैं आरयू के कॉलेजेज

यूपी बीएड कॉलेजेज की स्थिति

2450 कॉलेजेज हैं यूपी में बीएड के

30 अक्टूबर तक भेजनी थी सभी कॉलेजेज का फीस

52500 रुपए करीब भेजनी है प्रति स्टूडेंट्स फीस

बरेली: यूपी बीएड कॉलेजेज में एडमिशन कराने के बाद आरयू ने सभी कॉलेजेज को उनके अकाउंट में अभी तक फीस नहीं भेजी है। जिससे कॉलेज संचालक कैंडिडेट्स पर होने वाले खर्च को लेकर परेशान हैं। जबकि कॉलेज संचालक आरयू के दिए निर्देश के अनुसार अपना डिमांड लेटर समय से आरयू को भेज चुके हैं। इसके बाद भी आरयू एडेड, निजी और स्ववित्तपोषित कॉलेजेज को परेशान कर रहा है। हालांकि इससे बीएड की स्टडी करने वाले कैंडिडेट्स को भी कहीं न कहीं प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है

आरयू के अकाउंट में फीस

ज्ञात हो इस यूपी बीएड एंट्रेस एग्जाम कराने की जिम्मेदारी एमजेपीआरयू को मिली थी। जिसमें आरयू ने बीएड एंटेंस एग्जाम कराने के बाद सभी कैंडिडेट्स को काउंसलिंग कराने से लेकर एडमिशन का भी काम कर दिया। एडमिशन लेने वाले सभी कैंडिडेट्स को आरयू के अकाउंट में ऑनलाइन फीस भी जमा की।

कॉलेजज ने भेजा डिमांड लेटर

एडमिशन के बाद कैंडिडेट्स द्वारा जमा की गई फीस आरयू को सभी कॉलेजेज को ट्रांसफर करनी थी। इसके लिए कॉलेजेज कैंडिडेट्स की संख्या का एक डिमांड लेटर जमा करना था। हालांकि कॉलेजेज ने डिमांड लेटर भी जमा कर दिया लेकिन आरयू की तरफ से अभी तक फीस अकाउंट में नहीं भेजी गई जिससे कॉलेज संचालक परेशान हैं। इसमें बरेली मुरादाबाद ही नहीं पूरे यूपी के कॉलेज शामिल हैं।

कैंडिडेट्स भी परेशान

बीएड कॉलेजेज को कैंडिडेट्स की फीस नहीं मिलने से कॉलेजेज ही नहीं कैंडिडेट्स भी परेशानी में हैं। फीस नहीं मिलने से कॉलेजेज में प्रोजेक्ट वर्क और सेमेस्टर एग्जाम आदि कॉलेज संचालक सिर्फ इसी बता पर रोके हुए हैं कि आरयू ने फीस ही नहीं दी है तो वह कहां से कराए।

फीस भेजने के लिए सभी कॉलेजेज से डिमांड लेटर मांगा गया था। कुछ कॉलेजेज को फीस भेज भी दी गई है। लेकिन जिनकी बची है उनको भी भेजी जा रही है।

प्रो। बीआर कुकरेती, यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा समन्वयक

बीएड का काम समन्वयक देख रहे हैं। किसी कॉलेजेज को प्रॉब्लम है तो वह उनसे मिल सकता है।

प्रो। अनिल शुक्ल, वीसी आरयू