- एबीवीपी ने मामले को न्यायालय तक ले जाने की कही बात

- एबीवीपी ने मामले में बड़ी धांधली होने का लगाया आरोप

DEHRADUN:

एमकेपी चुनाव में मिली हार को एबीवीपी अब तक नहीं पचा पाई है। एबीवीपी ने इस मामले को न्यायालय तक ले जाने की बात कही है। शनिवार को एमकेपी में हुए चुनाव में एनएसयूआई की जीत के बाद एबीवीपी ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद रिकाउंटिंग भी हुई थी। लेकिन परिणाम नहीं बदला। अब एबीवीपी ने मामले में बड़ी धांधली होने का आरोप लगाया है।

कार्यकर्ताओं में खासा रोष

शनिवार को कॉलेज में छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को मिली करारी हार और संगठन के हाथ पैनल का एक भी पद न आने से कार्यकर्ताओं में खासा रोष है। एमकेपी पीजी कॉलेज की पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष प्रगति रावत ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने इस बार चुनाव तिथि घोषित होने के साथ ही चुनाव प्रभावित करना आरंभ कर दिया था। इसके अलावा मतदान के दिन बूथों पर एबीवीपी प्रत्याशियों के समर्थकों को जाने नहीं दिया गया, जबकि एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को धड़ल्ले से अंदर जाने की अनुमति दी गई थी। चुनाव में लिंगदोह की सिफारिशों के अनुसार मतगणना में प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों को बैठने नहीं दिया गया।

बीते वर्ष छात्र संघ अध्यक्ष रही साक्षी शंकर ने बताया कि मतदान के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता को पर्याप्त समय के अंदर छात्राओं को सूचना नहीं दी गई। कॉलेज प्रशासन ने पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया। एबीवीपी के लिए आधार कार्ड की अनिवार्यता रखी गई जबकि एनएसयूआई के समर्थकों को फोटो के आधार पर मतदान करने का अधिकार दिया गया। इसके अलावा चुनाव के दिन प्रोक्टोरियल बोर्ड की छात्राओं ने मतदाताओं को प्रभावित करने का कार्य किया। छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन पर सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध न कराए जाने का भी आरोप लगाया। छात्राओं ने कहा कि मामले में ग्रीवांस कमेटी को शिकायत कर दी गई है। उन्होंने कहा कि मामले में फैसला आना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि यदि फैसला संतोषजनक नहीं रहा तो मजबूरन उन्हें न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।