विधायक और एमएलसी को अखिलेश सरकार का तोहफा

- विधायकों की वेतन और पेंशन का बिल विधानसभा में पेश

- विधायकों का भत्ता 75 हजार से बढ़ाकर 1.25 लाख करने का प्रस्ताव

- पूर्व विधायकों की पेंशन में भी ढाई गुना बढ़ोत्तरी

विधायक/ एमएलसी

पहले अब

बेसिक सैलरी 10 हजार 25 हजार

निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 30 हजार 50 हजार

चिकित्सा भत्ता 20 हजार 30 हजार

सचिव भत्ता 15 हजार 20 हजार

टोटल (महीने) 75 हजार 1.25 लाख

128 करोड़ का सरकारी खजाने पर बोझ

LUCKNOW: सीएम अखिलेश यादव ने विधानसभा के संभवत: आखिरी सत्र में विधायकों को तोहफा दिया है। सरकार ने विधायकों के वेतन और पेंशन में भारी बढ़ोत्तरी का विधेयक विधानसभा में पेश कर दिया हैं। विधेयक में में राज्य विधानमंडल के सदस्यों के वेतन भत्तों को 75 हजार मंथली से बढ़ाकर सवा लाख रुपए करने का प्रस्ताव है। साथ ही पूर्व विधायकों की पेंशन और भत्ता बढ़ाने का प्रस्ताव भी है। बुधवार को विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री मोहम्मद आजम खां ने उत्तर प्रदेश राज्य विधानमंडल सदस्यों की उपलब्धियों और पेंशन संशोधन विधेयक 2016 पेश किया, जिसे गुरुवार को पास होने की उम्मीद है। पेश विधेयक में विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्यों का मूल वेतन दस हजार रुपए से बढ़ाकर 25 हजार रुपए करने का प्रस्ताव है।

हर मद में होगी वृद्धि

निर्वाचन क्षेत्र भत्ते को हर माह 30 हजार से बढ़ाकर 50 हजार, चिकित्सा भत्ते को 20 हजार से 30 हजार और सचिव भत्ता 15 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए कर दिए जाने का प्रस्ताव है। विधेयक में मौजूदा विधायकों को मिलने वाले रेल कूपन भत्ते को भी सालाना 3.25 लाख रुपये से बढ़ाकर 4.25 लाख रुपये करने की व्यवस्था की गयी है। इसमें मासिक 25 हजार रुपए तक की धनराशि निजी वाहन के डीजल, पेट्रोल के लिए ली जा सकेगी। विधायकों को सदन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अब प्रतिदिन 1000 के बदले 2000 रुपए मिलेगा, जबकि विधाई समितियों की बैठक में दैनिक भत्ते की राशि 800 से बढ़ाकर 1500 रुपए करने का प्रस्ताव है।

पूर्व विधायक

- 25 हजार करने का पेंशन

10 हजार से पहले थी

-एक लाख का रेल कूपन सालाना -80 हजार से रेल कूपन पहले था

पूर्व विधायकों को भी तोहफा

सरकार ने पूर्व विधायकों की भी दिली मुराद पूरी करते हुए उनकी पेंशन राशि में ढाई गुना की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव किया है.अभी तक दस हजार रुपये पूर्व विधायकों को बतौर पेंशन मिलती थी जो अब बढ़ाकर 25 हजार रुपए करने का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा पूर्व विधायकों को मिलने वाले रेल कूपन की राशि सालाना 80 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए करने का प्रस्ताव है, जिसमें से 50 हजार रुपए निजी वाहन के डीजल, पेट्रोल के लिए खर्च किये जा सकते हैं। इससे सरकारी खजाने पर सालाना 128 करोड़ रुपए से अधिक का भार पड़ने की उम्मीद है।

कितने विधायक हैं करोड़पति

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्त्रेटिक रिफॉर्म की पिछले विधानसभा चुनावों में एफिडेविट पर तैयार रिपोर्ट के मुताबिक 67 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। सपा के सबसे अधिक 140 करोड़पति विधायक हैं। बीएसपी, जिसके 63 विधायक करोड़पति। बीजेपी के 32, कांग्रेस के 18 और राष्ट्रीय लोकदल के 7 विधायक करोड़पति हैं।

इनको भी लाभ

सीएम, कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार, राज्य मंत्री की सैलरी बढ़ी

कैबिनेट मंत्रियों की सैलरी 1 लाख 65 हजार रुपए हो जाएगी।

स्वतंत्र और राज्य मंत्रियों की सैलरी 1 लाख 60 हजार

अब सीएम की सैलरी 1 लाख 68 हजार रुपए होगी