- एप्टीट्यूड टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू के लिए ाुद को मांझने की तैयारी

- 150 में से सिर्फ 11 को मिलेगा पर्सनल इंटरव्यू तक पहुंचने का मौका

- कैंपस प्लेसमेंट के दौरान न फेस करनी पड़े प्रॉब्लम, इसके लिए सीएस डिपार्टमेंट ने की पहल

GORAKHPUR : अनएंप्लायमेंट की प्रॉब्लम सिटी में ही नहीं बल्कि पूरे देश में फैली हुई है। स्टूडेंट्स ाी चाहते हैं कि उनका प्लेसमेंट कैंपस से ही हो जाए और उन्हें धक्के न ाने पड़ें। इसलिए वह स्टार्टिग में ही तैयारियों में जुट जाते हैं, मगर जब कैंपस प्लेसमेंट होता है तो जरा सी गलती की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगती है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। रिक्रूटमेंट की कंप्लीट प्रॉसेस के लिए बडिंग इंजीनियर्स ने ाुद को तैयार करना स्टार्ट कर दिया है। इसके लिए एमएमएमयूटी के कंप्यूटर इंजीनियरिंग सोसाइटी ने 'आई फैक्टर' इवेंट ऑर्गेनाइज की, जिसमें स्टूडेंट्स के अंदर छिपे पोटेंशियल को न सिर्फ सामने लाया जा रहा है, बल्कि उन्हें रिक्रूटमेंट प्रॉसेस के लिए ाी तैयार किया जा रहा है।

क्भ्0 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने लिया हिस्सा

स्टूडेंट्स का टैलेंट निारने और उन्हें रिक्रूटमेंट के लिए पूरी तरह तैयार करने के लिए सीएस डिपार्टमेंट की ओर से कॉप्टीशन ऑर्गेनाइज किए गए। एमएमएमयूटी में ऑर्गेनाइज इस इवेंट में क्भ्0 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने अपनी किस्मत आजमाई। इंटरव्यू राउंड तक पहुंचने के लिए कैंडिडेट्स को दो राउंड से होकर गुजरना पड़ा। इसमें एप्टीट्यूड क्विज राउंड में स्टूडेंट्स का जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट किया गया। इसमें क्वांटिटिव और वर्बल दोनों ही तरह के सवाल शामिल थे।

जीडी में भ्8 को मिला मौका

अपना एप्टीट्यूड टेस्ट देने के बाद टोटल क्भ्0 से ज्यादा कैंडिडेट्स ने अपनी किस्मत आजमाई। इसमें से भ्8 कैंडिडेट्स नेक्स्ट राउंड के लिए सेलेक्ट किए गए। इनके बीच ग्रुप डिस्कशन कंडक्ट कराया गया। जीडी में पार्टिसिपेंट्स की तादाद ज्यादा होने की वजह से उन्हें म् ग्रुप्स में डिवाइड किया गया। इसमें मॉडर्न सोसाइटी की प्रॉब्लस को लेकर डिस्कशन कराया गया। इन भ्8 में से क्क् कैंडिडेट्स को नेक्स्ट राउंड के लिए सेलेक्ट किया गया।

म् को ज्यूरी पैनल के बीच होगा पर्सनल इंटरव्यू

फाइनल राउंड में सेलेक्ट हुए क्क् कैंडिडेट्स पर्सनल इंटरव्यू में अपनी किस्मत आजमाएंगे। इवेंट कोऑर्डिनेटर साकिब हसन ने बताया कि पर्सनल इंटरव्यू म् मार्च को एक्सप‌र्ट्स की मौजूदगी में कंडक्ट किया जाएगा। इसमें क्क् पार्टिसिपेंट्स में से जो दमदार होगा, उसके यूचर की राह आसान होगी।

'गूगलर ऑफ द वीक' से बढ़ती है सर्चिग स्किल

साकिब की मानें तो कंप्यूटर इंजीनियरिंग सोसाइटी स्टूडेंट्स की स्किल को डेवलप करने के लिए रेग्युलर इवेंट ऑर्गेनाइज करती है। इसी सीरीज में ऑर्गेनाइज एनुअल इवेंट 'एनक्सस' में स्टूडेंट्स की ओवरऑल स्किल को परा जाता है। इसमें गूगलर ऑफ द वीक में स्टूडेंट्स को भ् क्वेश्चंस के सेट्स को सॉल्व करने का मौका दिया जाता है। साकिब ने बताया कि इस दौरान उन्हें हिंट ाी प्रोवाइड की जाती है साथ ही गूगल के थ्रू आंसर ाी ाोजने की आजादी रहती है। उन्हें इसके लिए ख् घंटे का वक्त दिया जाता है। जो सबसे पहले साी क्वेश्चंस को सॉल्व कर लेता है वह विनर डिक्लेयर किया जाता है। यह इवेंट वीकली बेसिस पर ऑर्गेनाइज किया जाता है। इसके साथ ही क्रिप्टिक क्विज 'चक्रव्यूह', टेक्निकल क्विज 'टेकक्विला', सी क्विज 'कोडजम' के साथ स्टूडेंट्स के स्किल को डेवलप करने के लिए वेबसाइट डिजाइनिंग कॉप्टीशन ाी ऑर्गेनाइज किए जाएंगे।