-एक साथ कई दिक्कतों को दावत दे रहा है लॉकडाउन में अधिक मोबाइल का यूज करना

-डॉक्टर्स के पास आ रही हैं कॉल, लोगों को बढ़ रही प्राब्लम

PRAYAGYRAJ: मोबाइल फोन का अत्यधिक यूज सेहत के लिए घातक साबित हो रहा है। खासकर लॉकडाउन के दो माह बीतने के बाद अब समस्याएं सिर उठाने लगी हैं। इसको लेकर लोगों ने डॉक्टर से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। सबसे बड़ी समस्या सिरदर्द से संबंधित है। अधिक मोबाइल यूज करने वालों को हेडेक से दिक्कत पैदा हो रही है। हालांकि डॉक्टर्स ने लोगों को मोबाइल का लिमिटेड यूज करने की सलाह दी है।

सामने आ रहे मामले

केस-1

सिविल लाइंस के रहने वाले विवेक कक्षा बारह के छात्र हैं। लॉक डाउन में उनकी गतिविधियां मोबाइल से अधिक कनेक्ट हो गई हैं। आजकल वह दस से बारह घंटे तक मोबाइल के टच में रहते हैं। इससे उनके सिर में दर्द की शिकायत होने लगी है। इसके बारे में उन्होंने डॉक्टर से भी सलाह ली है।

केस नंबर दो- सुमन ममफोर्डगंज में रहती हैं। लॉक डाउन में घर के कामकाज काफी कम हो गए हैं। पति और बच्चों के बाहर नही आने से वह जल्दी खाली हो जाती हैं9 ऐसे में उनका अधिकतर समय मोबाइल फोन पर बीत रहा है। एक सप्ताह से उनकी आंखों में कमजोरी से महसूस हो रही है। जिसको लेकर वह परेशान रहती हैं।

जरूरत है, आदत नही

ऐसे कई मामले सामने आने के बाद डॉक्टस्र का कहना है क िलॉक डाउन में लोगेंा का मोबाइल की ओर झुकाव बढा है और यह ठीक नही है। इससे उनको मानसिक और आंखों से जुडी की कई बीमारियां हो सकती हैं। लोग दूसरी गतिविधियिों में भी अपना समय बिता सकते हैं। इसलिए मोबाइल का यूज कम से कम करना जरूरी है।

तीन समस्याएं आ रही हैं सामने

समस्या नंबर एक- लोगों रात में देर से सोते हैं और सुबह देर से उठते हैं। इससे लोगों में अनिद्रा के मामले बढ रहे हैं।

समस्या नंबर दो- आंखों से धुंधला दिखने और आंसू आने की समस्या बढ रही है। आंखों के नीचे कालापन भी बढ रहा है।

समस्या नंबर तीन- लोगों को थकावट का अनुभव हो रहा है। मानसिक एनर्जी अधिक यूज होने से लोग खुद को थका हुआ महसूस होता है।

कैसे होगा बचाव

- बहुत जरूरी होने पर मोबाइल को आधे घंटे से अध्किा समय तक यूज न करें।

- आंखों से मोबाइल फोन की दूरी बनाए रहें।

- मोबाइल की स्क्रीन की ब्राइटनेस हल्की रखें।

- चश्मे लगाते हैं तो बेहतर लेंस क्रा यूज करें जो ब्राइटनेस के इफेक्ट को कम कर सके।

- बच्चों से मोबाइल फोन को दूर रखें।

- सोते समय मोबाइल फोन को तकिए से दूर रखें।

मोबाइल फोन का अधिक यूज घातक है। लॉक डाउन लंबा खिचने से इसके साइड इफेक्ट सामने आने लगे हैं। लोगों की शिकायत है कि उनका सिरदर्द हो रहा है या उनकी आंखें कमजोर हो गई हैं। ऐसे में उनके लिए मोबाइल फोन का कम यूज करना ही जरूरी है।

डा। राकेश पासवान, मनोचिकित्सक काल्विन हॉस्पिटल

आंखों पर मोबाइल फोन की रोशनी का विपरीत प्रभाव पड़ता है। लागातार मोबाइल फोन में देखने से आंखों की फ्रीक्वेंसी खराब हो सकती है। ऐसे में लोगों को खासकर बच्चों से मोबाइल दूर रखना चाहिए।

प्रो। एसपी सिंह, प्रिंसिपल, एमएलएन मेडिकल कॉलेज