-शहर में चल रहा मोबाइल का आईएमईआई नंबर बदलने का बड़ा खेल,

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की स्टिंग में हुआ खुलासा

मोक्ष की नगरी बनारस में आत्मा बदलने का धंधा जोर-शोर से चल रहा है। ये आत्मा किसी जीव की नहीं बल्कि मोबाइल की है और ये आत्मा उसका आईएमईआई है। इस बात का विश्वास करना तो मुश्किल है लेकिन जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम के सामने हुआ तो यकीन करना पड़ा। शायद यही वजह है कि हर रोज बड़ी संख्या में बनारस में मोबाइल चोरी हो रहे हैं और उनका पता नहीं लग पा रहा है। रंगदारी और धमकी जैसे कामों में भी इसी तरह के मोबाइल का इस्तेमाल हो रहा है पुलिस हांफती फिर रही है। बेहद एडवांस से लेकर सिक्योर फोन तक का आईएमईआई कैसे बदलता है इसका खुलासा हुआ दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के स्टिंग में। आप भी जानिए कैसे हुआ ये स्टिंग।

दस मिनट में टूट रहा आईएमईआई

शहर के सबसे बड़े मार्केट दालमंडी में आईएमईआई बदलने का खेल अरसे से चल रहा है। यहां हर दिन दुकानों पर दर्जनों मोबाइल का आईएमईआई बदला जा रहा है। यह जानकारी मिलने पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम दालमंडी पहुंची। कई लोगों से पूछने पर कटरे के अंडरग्राउंड में मौजूद एक ऐसी दुकान का पता चला जहां मोबाइल का आईएमईआई बदला जाता है। टीम वहां पहुंची और दुकानदार को एक स्मार्ट फोन का आईएमईआई बदलने को दिया। थोड़ी आनकानी के बाद दुकानदार राजी हो गया। दुकानदार के पास फ्लैशर नाम का एक डिवाइस था जो वाई-फाई राउटर जैसा दिख रहा था। उसने कम्प्यूटर पर एक सीडी में से कुछ फाइलें खोलीं और फोन को कम्प्यूटर से कनेक्ट कर दिया। उसने सिर्फ नंबर बदले और आईएमईआई को रिप्लेस कर दिया।

यहां भी हो रहा काम

सिगरा,

रथयात्रा,

महमूरगंज,

लहुराबीर,

लंका,

अर्दली बाजार

पांडेयपुर

लेंगे 500 तब करेंगे काम

दालमंडी में आईएमईआई बदलने वाले हर किसी के सामने अपना राज नहीं खोलते। जब यकीन हो जाता है कि कस्टमर से उसे कोई नुकसान होगा तभी काम करते हैं। इसके पहले खूब तस्दीक करते हैं। रिपोर्टर और दुकानदार के बीच हुई बातचीत से आपको एहसास हो जाएगा।

रिपोर्टर : एक स्मार्टफोन दिखाते हुए दुकानदार इसका आईएमईआई बदलना है।

दुकानदार : यहां ऐसा कोई काम नहीं होता है किसने बताया

रिपोर्टर : मेरे एक साथी ने पहले बदलवाया था यहीं से

दुकानदार : कब कराया था?

रिपोर्टर : एक महीन पहले कराया था

दुकानदार : कुछ सोचते हुए, ठीक है हो जाएगा पर 500 रुपये लगेंगे

रिपोर्टर : लेकिन साथी ने तो बताया था कि 50 रुपये लगते हैं

दुकानदार : अगर कोई पुराना फोन दोगे तब उसका आईएमईआई इस पर ट्रांसफर कर देंगे

रिपोर्टर : कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी

दुकानदार : बिल्कुल भी नहीं होगी, सालों से काम कर रहे हैं आज तक नहीं हुई।

हर सेट का अलग आईएमईआई

आईएमईआई या इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी एक 15 डिजिट नंबर होता है जो हर डिवाइस के लिए बिल्कुल अलग होता है। माना जाता है कि इसके साथ छेड़छाड़ बिल्कुल भी संभव नहीं है।

एक नम्बर के दो सेट

दालमंडी में जिस तरह दुकानदार ने काम किया उसमें महज दस मिनट लगे। यानि कि सिर्फ 10 मिनट में आईएमईआई नंबर की सेफ्टी का भ्रम तोड़ा जा सकता है। एक बार आईएमईआई नंबर बदला जाने के बाद फोन ट्रेस करना असंभव हो गया। इसका मतलब यह है कि एक ही आईएमईआई नंबर वाले दो डिवाइस भी हो सकते हैं।

पार्ट-पार्ट बिक रहा मोबाइल

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम एक कटरे में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान पर पहुंची तो वहां का नजारा देख सन्न रह गई। यहां आईफोन का पार्ट काफी सस्ते रेट में मिल रहे था। हमारे पास भी आईफोन सेवन का डैमेज सेट था। डिस्प्ले दिखाते हुए आग्रह किया कि इसका डिस्प्ले मिल जाएगा? दुकानदार ने दस मिनट का समय मांगा और एक लड़के को कहीं भेजा, उधर से दस मिनट बाद लड़का आया। उससे बातचीत के बाद दुकानदार ने कहा कि मिल जाएगा लेकिन ढाई हजार रुपये लगेंगे। डिस्प्ले लेकिन ओरिजनल रहेगा। जबकि आईफोन सेवन का डिस्प्ले मार्केट में आठ हजार रुपये से अधिक में मिल रहे है। पूरे दालमंडी में चोरी के मोबाइल के पार्ट-पार्ट बिकते हैं।

खतरनाक है यह खेल

-आईएमईआई बदलने के खेल का सबसे अधिक फायदा अपराधी उठा रहे हैं

-मंहगे से महंगे मोबाइल चुराकर उसका आईएमईआई बदलवा दे रहे हैं

-अपराध में संलिप्त बदमाशों तक पहुंचने में पुलिस के पसीने छूट जा रहे हैं

-वो शहर में ही मौजूद होते हैं लेकिन उनके मोबाइल की लोकेशन नहीं मिल पाती

-मोबाइल यूज करने के बाद सिम और सेट का आईएमईआई बदल दे रहे अपराधी

-आईएमईआई बदलकर रंगदारी और धमकी का खूब खेल हो रहा है