-आरटीओ व पोर्टल साइट पर मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कराना पड़ रहा महंगा

- मैसेज नहीं आने पर व्हीकल ओनर को नहीं पता चल पाता है चालान का स्टेटस

अस्सी निवासी अमित मिश्रा ने एक सप्ताह पहले अचानक से एम परिवहन एप पर अपने बाइक का स्टेटस चेक किया। पता चला कि उनकी बाइक का 500 रुपए का चालान कट गया है। अगर वे समय रहते चेक नहीं करते तो समन जारी हो सकता था।

राकेश शुक्ला को मोबाइल पर मैसेज भी नहीं आया और चालान भी हो गया। घर पर जब दो हजार का चालान होने का समन पहुंचा तो उनके होश उड़ गए। ऑनलाइन चेक किया तो चेक चालान कटा दिखा मिला।

ये दो मामले तो बानगी भर हैं। शहर में ऐसे लोगों की संख्या हजारों में है जिनका चालान तो हो गया पर उनके मोबाइल पर इसका मैसेज नहीं आया। क्योंकि ऐसे लोगों का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। जिसकी वजह से वाहन पर हुए चालान की जानकारी व्हीकल ओनर को नहीं हो सकी। बाद में ऑनलाइन चेक करने या समन जारी होने के बाद इस बात का खुलासा हुआ तो उनके होश उड़ गए। उनको पता ही नहीं था कि ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के एवज में उन पर हजारों का जुर्माना लगाया जा चुका है। जिसे समय रहते नहीं जमा किया गया तो कानूनन अधिक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप कार, बाइक या कोई भी वाहन चलाते हैं और आरटीओ और पोर्टल साइट पर अपना मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कराया है तो यह छोटी सी गलती आपको भी भारी पड़ सकती है। आपको ट्रैफिक डिपार्टमेंट के चालान का झटका लग सकता है।

मोबाइल पर मैसेज नहीं आता

ऐसा नहीं है कि ट्रैफिक नियम तोड़ते समय लोगों को इसका अंदाजा नहीं होता। कभी-कभी यह अनजाने में भी हो जाता है, लेकिन मोबाइल पर मैसेज नहीं आता तो लोग खुद को ओवर स्मार्ट समझ लेते हैं। विजय राय ने जब ऑनलाइन ई चालान चेक किया तो पता चला कि उनका चालान ढाई हजार रुपए का हो चुका है। उनकी कार की फोटो के साथ जुर्माने की राशि लिखी हुई थी। मोबाइल पर मैसेज नहीं आने पर उनसे यह चूक हो गई। यह चालान रेड लाइट जंप और हाई स्पीड के लिए हुआ था।

इन बातों का रखिये ख्याल

- व्हीकल खरीदते समय मोबाइल नंबर अपडेट नहीं कराया है तो आरटीओ जाकर फीड करा लें।

- अप्रैल 2018 के बाद से नया व्हीकल खरीदने पर मोबाइन नंबर देना अनिवार्य है। इसके पहले के वाहन का नंबर अपडेट कराना होगा।

- ई-चालान चेक करने के लिए https://echallan.parivahan.gov.in/indeX/accused-chall पर देख सकते हैं। या फिर कार इंफो ऐप के माध्यम से चेक कर सकते हैं।

- अगर आपका मोबाइल नंबर अपडेट नहीं हैं तो आरटीओ जाकर भी अपडेट करा सकते हैं। या फिर परिवहन पोर्टल https://parivahan.gov.in/parivahan//node पर जाकर अपडेट कर सकते हैं।

- पोर्टल के जरिए अपडेट करने के लिये आपको गाडी नंबर के साथ चैसिस नंबर, इंजन नंबर डालना अनिवार्य हैं। तब जाकर मोबाइल नंबर आपको ओटीपी आएगा। तब जाकर अपडेट होगा।

- अगर डाटाबेस में आपका नंबर अपडेट नहीं होगा, तो चालान या तो सीधे आपके घर पर आएगा, या ऑनलाइन जारी होगा। अगर आपने तय तिथि या छह महीने तक चालान नहीं भरा, तो आपके मामले को कोर्ट भेज दिया जाएगा।

जो भी नियम तोड़ता है उसका ई चालान किया जाता है। लोगों को खुद अवेयर होना होगा। अगर नंबर अपडेट है तो चालान की जानकारी मिल जाएगी, वरना समन जारी होने के बाद कोर्ट के चक्कर भी लगाने पड़ सकते हैं।

एसके सिंह, एसपी ट्रैफिक