नई दिल्ली (आईएएनएस)। सभी दलों के नेताओं को इसमें हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। देश में चल रहे किसान आंदोलन से इतर इस बैठक का आयोजन किया जा रहा है। किसान सितंबर में संसद से पारित किसान कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे विपक्ष के पास सरकार को घेरने का मौका मिल गया है।

लोकसभा स्पीकर का अनुरोध सदस्य बनाए रखें सदन की गरिमा

कानूनों की वापसी के लिए सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के सामने झुकने के लिए सरकार ने कोई संकेत नहीं दिए हैं। यही वजह है कि किसान अभी तक प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन के नेताओं के साथ एक बैठक की। बैठक के बाद बिरला ने कहा कि उन्होंने सभी दल के नेताओं से सदन में गरिमा बनाए रखने की अपील की है।

18 दलों ने किया राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार

लोकसभा स्पीकर ने सदस्यों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने के लिए सहयोग की अपील की। शुक्रवार को कांग्रेस सहित 18 विपक्षी दलों ने संसद के बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्या समझनी चाहिए ताकि वे विरोध प्रदर्शन बंद करें। किसान 26 नवंबर से सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सीमा पर विरोध कर रहे हैं।