मामल्लापुरम (पीटीआई)। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग 11 अक्टूबर को दो दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। इस दाैरान वह चेन्नई के महाबलीपुरम शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस बैठक से पहले महाबलीपुरम में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है और तैयारियां जोरों से चल रही हैं। पुलिस ने बुधवार को बताया कि मामल्लापुरम के शोर मंदिर के पास एक कोस्ट गार्ड शिप तैनात है, वहीं मजबूत सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 5,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को पुराने महाबलीपुरम रोड व ईस्ट कोस्ट रोड सहित आसपास के जगहों पर तैनात किया गया है।

शोर मंदिर के पीछे तैनात हैं कोस्ट गार्ड शिप

शोर मंदिर के पीछे एक कोस्ट गार्ड शिप तैनात है, जबकि उससे कुछ दूरी पर एक दूसरा शिप समुद्र में लगातार पेट्रोलिंग कर रहा है। इसी बीच एक रक्षा अधिकारी ने बैठक की सुरक्षा के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 11-12 अक्टूबर को होने वाली बैठक व्यक्तिगत संबंधों पर आधारित है। इस दौरान दोनों नेता आतंकवाद के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे।

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800 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होंगे पुलिस चौकी

बता दें कि पीएम मोदी और चिनफिंग की सुरक्षा को देखते हुए शहर और उसके आसपास के इलाकों में दर्जनों अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित किए गए हैं, जो 800 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होंगे। शोर मंदिर के आसपास कई बैरिकेड्स लगाए गए हैं। ऐसा अनुमान है कि दोनों नेता इस मंदिर का दौरा भी कर सकते हैं। इसके अलावा मंदिर के नजदीक स्थित समुद्र से स्थानीय मछुआरों को गुरुवार से दूर रहने के लिए कहा गया है। बता दें कि दोनों नेता शहर में जिन जगहों पर जाने वाले हैं, वहां स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप और बम निरोधक दस्ते के कर्मचारी लगातार अपनी नजर रख रहे हैं। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दो दर्जन से अधिक स्निफर कुत्तों को भी समिट स्थल पर तैनात किया गया है। इसके अलावा स्वागत संदेश तमिल, हिंदी और चीनी भाषा में लिखा गया है।

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