ये विस्फोट जज़ीरा होटल के बाहर हुए जहां अक्सर सोमालियाई नेता और विदेशी आते हैं.

इस बारे में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि विस्फोट से बाद सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच गोलीबारी भी हुई.

सोमालिया के मुस्लिम चरमपंथी संगठन अल-शबाब ने कहा है कि उसने इस हमले को अंजाम दिया है. अल-शबाब को साल 2011 में  मोगादिशु से बाहर कर दिया गया था.

चरमपंथी संगठन अल-कायदा से जुड़ा यह संगठन देश के दक्षिणी और मध्य इलाके में सक्रिय है और राजधानी पर लगातार हमले कर रहा है.

भारी गोलीबार

एक स्थानीय निवासी अब्दुल्लाही हुसैन ने समाचार एजेंसी रायटर से कहा, ''पहले हमले के बाद एक तेज़ धमाके की आवाज़ सुनाई दी, इसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने गोलीबारी शुरू कर दी.''

उन्होंने कहा कि इसके कुछ समय बाद एक और विस्फोट हुआ और गोलीबारी और तेज़ हो गई.

सोमालिया के उप गृह मंत्री ने बीबीसी को बताया कि मारे गए लोगों में सुरक्षा बलों के एक वरिष्ठ अधिकारी सहित चार जवान शामिल हैं.

पुलिस अधिकारी मोहम्मद वारसेम ने एएफपी से कहा कि दूसरा विस्फोट तब हुआ जब सुरक्षाकर्मी पहले विस्फोट के घायलों को मदद पहुंचा रहे थे.

हवाईअड्डे के नज़दीक मौजूद इस होटल को दिसंबर 2012 में भी निशाना बनाया गया था.

उस वक्त होटल में राष्ट्रपति हसन शेख महमूद ठहरे हुए थे. उस हमले में कम से कम सात लोग मारे गए थे.

चरमपंथी संगठन अल-शबाब अमरीका और ब्रिटेन दोनों देशों में प्रतिबंधित है और माना जाता हैं कि इसके लड़ाकों की संख्या सात से नौ हजार के बीच है.

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