- लामार्टीनियर, साइंस सिटी, जनेश्वर पार्क, सहित कई जगहों पर लोगों ने देखा पारगमन

- बुध पारगमन के दुर्लभ नजारे का गवाह बना लामाटीनियर कालेज मैदान

LUCKNOW@Inext.co.in

LUCKNOW: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों में सोमवार को बड़ी संख्या में लोगों ने बुध पारगमन का नजारा देखा। जनेश्वर मिश्र पार्क में 10 टेलीस्कोप मशीनें और सोलर चश्मे लगाकर लोगों को बुध पारगमन का नजारा दिखाया गया। साइंस सिटी में भी इस खगोलीय घटना को देखने के लिए अपार उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर 80 साल तक के लोग पहुेंचे। इसके अलावा जनेश्वर मिश्र पार्क में 10 टेलीस्कोप मशीनों को लगाया गया था। वहीं आकांक्षा पार्क जानकीपुरम, लखनऊ पब्लि स्कूल आम्रपाली योजना, एस पब्लिक स्कूल रायबरेली रोड, प्राइमरी स्कूल औरंगाबाद में भी टेलीस्कोप लगाए गए थे।

जिला विज्ञान क्लब लखनऊ की ओर से लामार्टीनियर कॉलेज में एसडीएम सदर राजकमल यादव व एडीएम पूर्वी निधि श्रीवास्तव की मौजूदगी में बुध पारगमन का दुर्लभ नजारा देखा गया। क्लब के समन्वयक राज कमल श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे ही शाम सायं 4 बजकर 42 मिनट और 18 सेकेंड पर बुध ग्रह ने सूर्य की बाहरी सतह को छुआ लोगों में बुध पारगमन देखने की होड़ सी लग गई। बुध ग्रह सूर्य के सामने से एक छोटा सा काला बिन्दु के रूप में धीरे-धीरे चलता हुआ दिखाई देने लगा, सोलर चश्मों से सीधे एवं टेलिस्कोप के माध्यम से बुध पारगमन की घटना को बच्चों व अन्य लोगों ने बढ़चढ़कर देखा। उन्होंने बताया कि पारगमन लगभग 7.30 घन्टे का है जो रात के 12 बजकर 12 मिनट तक चला, लेकिन भारत में सिर्फ सूर्यास्त तक देखा गया। इसके पहले 7 मई2003 को बुध पारगमन देखा गया था। साइंस एंड टेक्नोलॉजी काउंसिल के अनिल यादव ने बताया कि 100 साल में 13 से 14 बार ही ऐसी स्थिति आती है। अब 2019 और उसके बाद 13 नवम्बर 2032 को ही बुध पारगमन देखा जा सकेगा।