-प्रेग्नेंट महिलाओं के पास हर सप्ताह दो मिनट की आएगी ऑडियो कॉल

- कॉल के जरिए महिलाओं को प्रेग्नेंसी के समय सेहत का ध्यान रखने के मिलेंगे टिप्स

- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया टोल फ्री नंबर 1800116666

आई स्पेशल

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Meerut: गर्भवती महिलाओं के लिए खुशखबरी है। जी हां अब गर्भवती महिलाओं के मोबाइल पर हर सप्ताह एक किलकारी सुनाई देगी, जो उन्हें सेहत का ख्याल कैसे रखें यह संदेश समय-समय पर देती रहेगी। दरअसल केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने टोल फ्री नंबर के रूप में एक ऐसा तोहफा दिया है, जिसके माध्यम से प्रेग्नेंट महिला के मोबाइल पर हर सप्ताह दो मिनट की ऑडियो कॉल आएगी, जिसे सुनकर वह प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जान सकती हैं। इससे वह स्वयं और बच्चे का उचित ख्याल रख सकेंगी।

कैसे लें सेवा का लाभ

सेवा का लाभ लेने के लिए प्रेग्नेंट महिलाएं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी टोल फ्री नंबर 1800116666 पर मिस कॉल कर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं। इसके बाद संबंधित महिला का नंबर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा चलाई गई योजना से कनेक्ट हो जाएगा।

नियमित आएगी कॉल

रजिस्ट्रेशन के बाद प्रेग्नेंसी के चार माह होते ही नियमित अंतराल पर कॉल आनी शुरू हो जाएगी। कॉल के माध्यम से एक्सपर्ट विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा प्रेग्नेंसी के दौरान बरती जाने वाली सावधानी व सुझाव बताए जाएंगे। प्रसव के बाद शिशु के एक साल के होने तक कॉल आती रहेगी।

मृत्यु दर में कमी के लिए सेवा

मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में लगातार हो रहे इजाफे को काबू करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऑडियो मोबाइल सेवा शुरू की है। इससे हर साल करीब दो करोड़ महिलाओं और इतने ही बच्चों को फायदा मिलेगा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विस टीसीएस ने इसे तैयार किया है। यह बिल्कुल मुफ्त सेवा है। इसके माध्यम से प्रत्येक प्रेग्नेंट महिला और पैदा होने वाले नवजात को मदर एंड चाइल्ड टै्रकिंग सिस्टम एमसीटीएस में रजिस्टर्ड किया जाता है। यह एक वेब आधारित सिस्टम है। जो प्रेग्नेंट महिला का प्रसव के पहले और बाद में मॉनीटर कर सेहत के बारे में उचित सलाह देता है।

कौनसा टीका कब लगेगा

बच्चे की देखभाल के बारे में भी मां को उचित सुझाव देता है। हर कॉल में बारीकी से बताया जाएगा कि मां और बच्चे को कौन-कौन सा टीका कब लगना है। जच्चा बच्चा की सुरक्षा के लिए क्या सावधानी बरती जानी चाहिए। ग्रामीण इलाकों में जिन महिलाओं के पास मोबाइल नहीं होगा। उन्हे भी इस सेवा का लाभ परिवार के सदस्य या आशा कार्यकर्ता के माध्यम से दिया जाएगा।

तीन भाषाओं में कॉल

फिलहाल यह सेवा तीन भाषाओं में शुरू की गई है। इसमें हिन्दी अंग्रेजी और उडि़या शामिल हैं। पहले चरण में इसे उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उड़ीसा और उत्तराखंड में शुरू किया गया है। जल्द ही इसे अन्य राज्यों व भाषाओं में उपलब्ध करा दिया जाएगा। सेवा को सफल बनाने के लिए 90 लाख आशा कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी टोल फ्री नंबर से गर्भवती महिलाओं को काफी फायदा होगा। वास्तव में यह अच्छी पहल है।

सुभाष सिंह, सीएमएस