-कब सुधरेगी रिम्स की व्यवस्था, एचआइवी और बेडसोल से पीडि़त है महिला

-2 दिसंबर को डॉ.जेके मित्रा के यूनिट में किया गया था एडमिट

RANCHI (8 Dec) : रिम्स दिनो दिन अव्यवस्था का शिकार होता जा रहा है। यहां आने वाले मरीजों का मुफ्त में इलाज किया जाना है। लेकिन स्थिति यह है कि हास्पिटल में सामान रहने के बावजूद परिजन को किट लाने को कहा जा रहा है। साथ ही ड्रेसिंग के लिए भी पैसे की मांग की जा रही है। यह शिकायत लेकर जब पीडि़त की परिजन डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के पास पहुंची तो उसे किट उपलब्ध कराया गया। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर रिम्स की व्यवस्था कब सुधरेगी?

दो दिसंबर को कराया गया था एडमिट

बोकारो की रहने वाली सपना (बदला हुआ नाम) एचआइवी और बेडसोल से पीडि़त है। उसे दो दिसंबर को डॉ.जेके मित्रा के यूनिट में भर्ती कराया गया था। जहां उसका इलाज भी शुरू कर दिया गया। जख्म हो जाने के कारण मंगलवार को जब उसे ड्रेसिंग के लिए ओटी ले जाया गया तो वहां उसके परिजन को ड्रेसिंग किट बाहर से लाने को कहा गया। जबकि हास्पिटल में काफी संख्या में ड्रेसिंग किट अवेलेवल था। गरीब परिवार से होने के कारण उसके परिजन डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ। वसुंधरा के पास गुहार लगाने पहुंचे। जहां डॉ.वसुंधरा ने हास्पिटल में किट उपलब्ध होने की बात कहीं। साथ ही उन्होंने नर्सिग इंचार्ज को मरीज को किट उपलब्ध कराने को कहा। तब जाकर उसकी ड्रेंिसग की गई।

ओटी में मांगे जाते है पैसे

पीडि़त के परिजन ने बताया कि जब भी वह ओटी में ड्रेसिंग के लिए जाता है तो उससे ड्रेसिंग के नाम पर पैसे मांगे जाते है। वहां के स्टाफ उसे यह कहते है कि अच्छे से ड्रेसिंग करने के लिए ख्00 रुपए देना होगा। ऐसे में एक-दो बार तो उसने पैसे भी दे दिए। मंगलवार को जब उससे पैसे मांगे गए तो उसने डीएस से उसकी शिकायत की। डीएस ने भी तत्काल आदेश देते हुए ओटी में मौजूद स्टाफ्स को बुलाया लेकिन ड्यूटी खत्म हो जाने के कारण कोई नहीं मिला।

वर्जन

हास्पिटल में ड्रेसिंग किट अवेलेवल है। मरीज को किट उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है। जहां तक पैसे की मांग करने की बात है तो मंगलवार को ड्यूटी खत्म हो गई थी। अब इस मामले की बुधवार को जांच की जाएगी।

डॉ.वसुधंरा। डिप्टी सुपरिंटेंडेंट, रिम्स