-माध्यमिक स्कूलों पर नीति आयोग की रिपोर्ट से शिक्षा विभाग की उड़ी नींद

-राज्य, मंडल व जनपद स्तर पर गठित किया सेल

-प्रत्येक 15 दिनों में दो स्कूलों का निरीक्षण करने का दिया निर्देश

VARANASI

स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर न होने की नीति आयोग की रिपोर्ट ने शिक्षा विभाग की नींद उड़ा दिया है। आनन-फानन में स्थिति सुधारने के लिए मंथन तेज कर दिया है। इस क्रम में 'त्रिस्तरीय सेल' गठित की जा रही है ताकि पठन-पाठन व शिक्षा की गुणवत्ता का प्रभावी तरीके से विश्लेषण किया जा सके। बता दें कि नीति आयोग ने स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक जारी किया है। इसमें उत्तर प्रदेश में स्कूली शिक्षा सबसे निचले पायदान पर है।

क्वालिटी मॉनीटरिंग सेल गठित

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधारने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने 'क्वालिटी मॉनीटिरिंग सेल' गठित करने का निर्देश दिया है। इस क्रम में अपर व्यावसायिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी गई है। इसके अलावा संयुक्त शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में मंडलीय व डीआइओएस की अध्यक्षता में जनपदीय सेल गठित करने का निर्देश दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से इस संबंध में जारी आदेश में जनपद स्तर पर न्यूनतम चार सेल गठित करने, प्रत्येक 15 दिनों में एक राजकीय व एक अशासकीय विद्यालयों का निरीक्षण करने को कहा गया है। 15 दिन में एक बार मीटिंग कर मंडलीय सेल को फीड बैक देने को भी कहा गया है। वहीं मंडलीय समिति को प्रत्येक माह की पांच व 20 तारीख को राज्य स्तरीय सेल को फीडबैक देना है, ताकि स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता के स्तर में सुधार किया जा सके।