-वार्ड नंबर 32 में गंदगी के अंबार और टूटी सड़कों से लोग परेशान

-बरसात में नालियों का पानी रोड पर चलना हुआ दुश्वार

ALLAHABAD: ऊंचवा गढ़ी वार्ड में अव्यवस्थाओं को अंबार लगा हुआ है। लोग रोड पर पैदल तक चलने में डरते है। इतना ही नहीं कई गलियों में विद्युत की तार लटकने के कारण हर पल लोगों के सर पर मौत मंडराती नजर आती है। क्षेत्रीय लोगों के लिए ऐसे नारकीय हालात में जीना मजबूरी बन गया है। इतना ही नहीं हल्की-सी बरसात होने पर नालियों का गंदा पानी लोगों के घरों में नजर आता है।

इन गलियों में है समस्या

वार्ड नम्बर फ्ख् में कहने को तो कई ऐसी गलियां है जहां लोग गंदगी में रहना बेबसी का सबब है। इसमें भी गली नंबर ख्, ब्, भ्, म्, 9, क्क्, क्फ्, क्ब् व क्भ् की हालत बदतर है। इन गलियों में रहने वाले अपने घरों से निकलने से काफी कतराते हैं। क्योंकि इन गलियों की नालियां रोड के बराबर आ गयी हैं। इसका गंदा पानी रोड पर फैला रहता है। बरसात के दिनों में आलम यह होता है कि गंदा और बदबूदार पानी लोगों के घरों में घुस जाता है, जिससे बीमारियां तेजी से फैलती हैं। यहां के लोगों का कहना है कि उन्हें नालियों की सफाई की समस्या को कई बार उठाया, लेकिन आज तक इस पर कोई सुनवाई आज तक नहीं हो सकी। आलम यह है कि लोगों को इस गंदगी से होकर रोजाना गुजरना पड़ता है।

विद्युत तार व रोड बड़ी समस्या

इस वार्ड के अंतर्गत ऊंचवा गढ़ी के अलावा बेली रोड, बेली कॉलोनी, ओम नगर व गंगा नगर मोहल्ले आते हैं। इनमें से ब्लड बैंक से ओम नगर को जाने वाली रोड की हालत इतनी खस्ताहाल है कि लोग वाहन तो दूर पैदल तक चलने से डरते हैं। कुछ दिनों पहले सीवर लाइन बिछाने के नाम पर गली को खोद दिया गया था। उस वक्त यह जिस हालत में थी, वैसी ही आज भी बनी हुई है। इसके अलावा गली नम्बर ख्, ब्, भ् में कई इलेक्ट्रिक पोल्स की हालत जर्जर हो जाने के कारण वह कभी गिर कर हादसे का सबब बन सकते हैं। वहीं, लोगों का कहना है कि कई निचले इलाके में विद्युत तार लकड़ी के पाल से होते हुए लोगों के घरों को छू रहे हैं, जो कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है।

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इलाके में खराब रोड सबसे बड़ी समस्या है। इसे बनाने के नाम पर खोद तो दिया गया है, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य नहीं शुरू हो सका है। क्लाइंट के आने पर उसे मुझे रोड पर ही रोकना पड़ता है। जिधर देखो उधर ही गंदगी फैली रहती है।

शशि शेखर सिंह, अधिवक्ता

नालियों की सफाई न होने के कारण उसका गंदा पानी रोड और लोगों के घरों में घुस आता है। रोड की हालात ये है कि लोग पैदल चलने से भी कतराते हैं। आलम यह है कि रोड पूरी तरह से उखड़ी हुई है।

संदीप

व्यवस्था के नाम पर यहां कुछ नहीं है। न रोड सही है और न ही यहां रोजाना साफ-सफाई होती है। बरसात के दिनों में आलम ये होता है कि नाली का गंदा पानी घर में घुस आता है।

अजीत बरनवाल

यहां की रोड इस कदर उखड़ चुकी है कि कई गई बार लोग वाहन से चलते वक्त गिरकर घायल तक हो चुके हैं। स्थानीय लोगों ने इसकी कई बार शिकायत भी की, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

बृजेश मौर्या

खराब सड़कें और लटकते बिजली के तार हमेशा हादसे की तरफ इशारा करते हैं। बिजली के तारों की स्थिति यह है कि लोगों के घरों से छूकर जा रहे हैं। पोल खराब होने के कारण कभी गिर सकते है।

चंदन मौर्या

ब्लड बैंक से ओम नगर की ओर जाने वाली गली की स्थिति यह है कि लोग डर और गंदगी होने के कारण यह से गुजरना पसंद नहीं करते हैं। मजबूरी में ही इधर से होकर गुजरते हैं।

सतीश त्रिपाठी

फंड के नाम पर यहां पर कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है। आज भी रोड वैसे ही हैं जैसे पहले थी। नाली बजबजा रही हैं। सफाई कर्मी आते है और खानापूर्ति कर वापस चले जाते हैं।

शाहनवाज

कोई कुछ नहीं करना चाहता है तभी तो आज भी यह इलाका विकास कार्यो से दूर है। अन्यथा अन्य इलाकों को देखिए कितने डेवलप हो गए हैं।

मानिक चन्द्र

मुझे तो लगता है कि इस एरिया की स्थिति यू हीं बरकारार रहेगी। पिछले कई सालों से मैं देख रहा हूं यहां ंिस्थति जस की तस बनी हुई है। विकास के नाम पर थोड़ा बहुत काम ही हुआ है।

इशरत उल्ला

एरिया में जहां भी देखो वहंी गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सभासद कहते हैं कि सफाई कर्मियों की संख्या कम है इसलिए गलियों में सफाई प्रॉपर नहीं हो पा रही है। ऐसे में स्थानीय पब्लिक गंदगी में रहने को मजबूर है।

सुनील यादव

वर्जन

वार्ड में अब तक ढाई करोड़ से अधिक का विकास कार्य करवाया जा चुका है। एरिया में समस्या कम हैं, लेकिन कुछ गलियों की स्थिति काफी खस्ताहाल है। जिसे जल्द बनवाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही और भी जो समस्याएं बची हैं उन पर भी ध्यान दिया जा रहा है जिससे स्थानीय पब्लिक को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो सके।

भोला तिवारी, सभासद