दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के स्टिंग में हुआ खुलासा
आम दिनों की अपेक्षा लॉकडाउन में मांगा जा रहा अधिक पैसा
anjani.ksrivastava@inext.co.in
PRYAGRAJ: कोविड-19 से जंग जीतने की लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। इस 14 अप्रैल तक जारी रहना है। लॉकडाउन में लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए सभी जरूरत के सामानों को अवेलेबल कराया जा रहा है। केंद्र एवं प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना वायरस से फाइट के लिए स्वास्थ्य सेवा को सबसे ऊपर रखा गया है। डिस्ट्रिक लेवल पर भी इस पर अमल कराने को लेकर लगातार प्रयास किया जा रहा है, पर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस लॉकडाउन में लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए अधिक से अधिक पैसे कमाने पर जोर दे रहे हैं। ऐसा ही खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के स्टिंग में हुआ। जब प्राइवेट एम्बुलेंस की सेवा के लिए अधिक पैसे की डिमांड की गई।
इस तरह हुआ खुलासा
रिपोर्टर ने नाजरेथ हास्पिटल के सामने प्राइवेट एम्बुलेंस बुक कराने के लिए बात की, पेश है बातचीत के प्रमुख अंश
रिपोर्टर- भइया एम्बुलेंस चाहिए थी
एम्बुलेंस मालिक- पेशेंट कहां है
रिपोर्टर- गोविंदपुर
एम्बुलेंस मालिक- किस हॉस्पिटल में एडमिट करना है
रिपोर्टर- नाजरेथ हॉस्पिटल
एम्बुलेंस मालिक- एक हजार रुपये पड़ेगा
रिपोर्टर- भइया बहुत ज्यादा है
एम्बुलेंस मालिक- इतना ही लेंगे, चलना हो तो बताओ
रिपोर्टर- आम दिनों में पांच सौ रुपये तक होता था, अब लॉकडाउन में इतना ज्यादा क्यों
एम्बुलेंस मालिक- नहीं मेरा रेट आम दिनों में आठ सौ रुपये रहा है
रिपोर्टर- तो चलो भइया आठ सौ रुपये ही ले लो, पेशेंट सीरियस है
एम्बुलेंस मालिक- एक हजार से कम नहीं लेंगे
इस तरह बातचीत करने के बाद भी एम्बुलेंस मालिक तैयार नहीं हुआ, इसके बाद अन्य एम्बुलेंस वालों से बात हुई पर अधिकांश ने आम दिनों की अपेक्षा अधिक पैसे की डिमांड की, जबकि लॉकडाउन में प्राइवेट वाहन नहीं चलने के कारण आमजनों की मजबूरी है कि यदि उनके यहां कोई बीमार पड़ जाय तो उसके लिए हॉस्पिटल जाने के लिए बस एक रास्ता बनता है वह है एम्बुलेंस।
अभी जिस तरह से दुकानदारों के ओवर रेटिंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है, उसी तरह से अधिक वसूली पर एम्बुलेंस मालिकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी। साथ ही साथ एम्बुलेंस का दर्जा भी खत्म कर दिया जायेगा।
प्रेम प्रकाश, एडीजी, प्रयागराज
पुलिस की ओर से मरीजों से अधिक रुपये वसूली की सूचना दी जाती है तो उस एम्बुलेंस का फिटनेस निरस्त करते हुए अन्य कार्रवाई की जायेगी, हालांकि यदि कोई कम्प्लेन करेगा तो डिपार्टमेंट अपने इंस्पेक्टर से जांच कराकर संबंधित एम्बुलेंस के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
राजकुमार सिंह, आरटीओ, प्रयागराज