दुबई (एएफपी)। यमन में हूती विद्रोहियों द्वारा दागे गए मिसाइल और ड्रोन हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। ईरान समर्थित हूतियों और यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार के बीच महीनों से कोई हमला नहीं हुआ था लेकिन शनिवार को हूतियों ने स्ट्राइक कर फिर से एक जंग छेड़ दिया। सैन्य सूत्रों ने एएफपी को बताया कि हूतियों ने मारिब के एक सैन्य शिविर में एक मस्जिद पर शाम की नमाज के दौरान हमला किया।

हूतियों के खिलफ सरकार ने शुरू किया था अभियान

वहीं यमन के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा, 'हम हूती मिलिशिया द्वारा एक मस्जिद पर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसमें 100 से अधिक मारे गए और दर्जनों घायल हुए हैं।' इसके अलावा, सेना के प्रवक्ता ने कहा कि मृतकों में सैनिक और नागरिक दोनों शामिल हैं और हूतियों को इस स्ट्राइक के लिए 'क्रूर' जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। पीड़ितों को मारिब शहर के एक अस्पताल में पहुंचाया गया है। हालांकि, हूतियों ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सऊदी के एक न्यूज चैनल ने हमले के बाद एक वीडियो जारी किया है, जिसमें मलबे के पास लोगों के शरीर का हिस्सा और कारपेट व दीवारों पर खून ही खून नजर आ रहे हैं। बता दें कि सरकारी बलों ने निम क्षेत्र में हूतियों के खिलाफ शुक्रवार को बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया था, यह ड्रोन और मिसाइल स्ट्राइक उसी के एक दिन बाद हुआ है। इस अभियान में दर्जनों हूतियों की मौत हो गई थी।

यमन ने तनाव को कम करने में की मेहनत

संयुक्त राष्ट्र के दूत मार्टिन ग्रिफिथ्स ने इस हवाई हमले की निंदा की। उन्होंने कहा 'मैंने पहले भी कहा है कि यमन ने तनाव को कम करने में जो कड़ी मेहनत की है, वह बहुत नाजुक है। इस तरह की कार्रवाई इस प्रगति को पटरी से उतार सकती है।' वहीं, यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रवक्ता पीटर स्टेनो ने रविवार देर रात एक बयान में कहा कि सभी पक्षों को संयम दिखाना चाहिए और संघर्ष को समाप्त करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत के साथ जुड़ना चाहिए।

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