भारत रखे है नजर

सऊदी अरब में नया श्रम कानून 'निताकत' लागू होने के बाद से अवैध रूप से रह रहे प्रवासी कामगारों के स्वदेश लौटने का सिलसिला जारी है. इनमें बड़ी संख्या भारतीय श्रमिकों की भी है. अब तक 1.34 लाख भारतीय कामगार देश लौट चुके हैं. भारत सरकार का कहना है कि वह सऊदी अरब में ताजा स्थिति पर नजर रखे हुए है.

10% नौकरियां localites को

निताकत कानून के तहत सऊदी अरब की कंपनियों को अनिवार्य रूप से दस फीसद नौकरियां स्थानीय लोगों को देनी हैं. इसके बाद से वहां की सरकार ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान चला रखा है, और ऐसे लोगों को देश छोड़ने के लिए सात महीने की दी गई रियायत अवधि बीते रविवार को समाप्त हो गई.

परेशान न किया जाए

प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री व्यालार रवि ने कहा, 'अब तक किसी भी भारतीय नागरिक के साथ उत्पीड़न की घटना सामने नहीं आई है. पूरे मसले को सऊदी सरकार के समक्ष उठाया जा चुका है.' उन्होंने बताया कि अब तक प्रवासियों के घरों में घुसकर जांच का मामला सामने नहीं आया है. खुद सऊदी प्रशासन ने निर्देश दिया है कि बाहरी श्रमिकों को जांच के नाम पर परेशान न किया जाए, और न ही उनके घरों में घुसकर चेकिंग की जाए. रवि का कहना है कि सऊदी सरकार उन्हीं लोगों को वापस भेज रही है, जो अवैध रूप से वहां रुके हुए हैं.

 

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