नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने गुरुवार को आंदोलनरत किसानों से विरोध मार्च को शांतिपूर्ण रखने की अपील की और जोर देकर कहा कि सरकार कल एक प्रस्ताव को लेकर आशान्वित है। उन्हाेंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि मैं किसानों से इसे शांत रखने की अपील करना चाहूंगा। यह उनका विरोध करने का अधिकार है लेकिन कम्युनिस्टों जैसे लोग हैं, जो किसानों को उकसा रहे हैं और देश में शांति नहीं चाहते हैं। किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है। मुझे उम्मीद है कल की बैठक कुछ सकारात्मक खबर लाएगी। आंदोलनकारी किसान तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर एक ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं।

सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून किसानों के कल्याण के लिए हैं

मंत्री ने आश्वासन दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून किसानों के कल्याण के लिए हैं। किसानों से शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील करते हुए, उन्होंने जल्द से जल्द इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार की इच्छा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि इस मुद्दे को जल्द हल किया जाए। हम चाहते हैं कि किसान कनवरसेशन टेबल पर आएं। हालांकि, केवल हां और नहीं इस मुद्दे को हल करने का तरीका नहीं हो सकता है। यदि किसान इन कानूनों में संशोधन चाहते हैं, तो हम तैयार हैं।

समाज में एक बड़ा वर्ग है जो इन कृषि कानूनों का समर्थन कर रहा

देश भर के किसानों से सरकार को मिलने वाले समर्थन के बारे में दावा करते हुए उन्होंने कहा, समाज में एक बड़ा वर्ग है जो इन कृषि कानूनों का समर्थन कर रहा है। उन किसानों को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। मुझे लगता है कि हम इस दिशा में आगे बढ़ेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार कीटनाशकों और बीज बिलों से संबंधित सुधार लाने की योजना बना रही है। मैं यह दोहराना चाहता हूं कि ये तीनों कृषि कानून क्रांतिकारी हैं। आढ़तियाें ने किसानों को विरोध प्रदर्शन पर बैठने के लिए उकसाया है। उन्होंने उन्हें गुमराह किया है।

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