-भेलूपुर में हुई घटना, नया सिलेंडर का सील तोड़ते ही लगी आग

-आग में घिरे बच्चों को बचाने में राजगीर के फैमिली मेम्बर्स समेत पांच झुलसे

-हॉस्पिटल में दो लोग जूझ रहे हैं जिंदगी और मौत से

VARANASI : भेलूपुर एरिया के बड़ी गैबी में गुरुवार की सुबह सिलेंडर में गैस रिसाव से आग लग गयी। किराए पर रहने वाला राजगीर मिस्त्री का परिवार इसमें फंस गया। तेज लपटों की चपेट में आने से डेढ़ साल के मासूम की मौत हो गयी। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान शाम को उसकी मां की भी मौत हो गयी। जबकि इस घटना में पांच अन्य लोग बुरी तरह से झुलस गए। उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। जहां दो लोग जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। आग लगने की वजह एक्सपायर्ड सिलेंडर बताया जा रहा है।

सुबह ही लाया था सिलेंडर

बेसिकली चंदौली के कटियापुर का रहने वाला राजेंद्र चौहान (फ्0 वर्ष) राजगीर का काम करता है। कई सालों से फैमिली के साथ बड़ी गैबी स्थित एक किराये के मकान में रहता है। घर का खाना गैस चूल्हे पर बनता था। राजेन्द्र सुबह महमूरगंज स्थित एक एजेंसी से पहले से बुक कराया गया सिलेंडर लेकर घर पहुंचा। खाना बनाते समय पहले लगे सिलेंडर की गैस खत्म होने लगी तो पत्नी मिंता (ख्8 वर्ष) ने उससे सिलेंडर चेंज करने को कहा। राजेंद्र ने जैसे ही सिलेंडर की सील तोड़ी उसमें से तेजी से गैस रिसने लगी।

जब तक दम्पती कुछ समझ पाते तब तक पहले से जल रहे चूल्हे की आग सिलेंडर तक जा पहुंची। देखते ही देखते लपटे उठने लगीं। कमरे में रखे सामान इसकी चपेट में आने लगे।

आग के आगे हुए बेबस

रसोई में मौजूद राजेंद्र का डेढ़ वर्षीय बेटा रितांशु और पांच साल की बेटी रेखा आग से घिर गए। राजेन्द्र और उसकी पत्नी बच्चों को बचाने की कोशिश करने लगे लेकिन तेज लपटों के आगे बेबस थे। वह खुद भी आग की चपेट में आ गए। उनकी चीख-पुकार सुन दूसरे रूम में मौजूद राजेंद्र का साला हरिओम व साथ में काम करने वाला राजगीर संजीव, एक अन्य किरायेदार लालबहादुर उनको बचाने पहुंचे लेकिन आग की लपटों ने इनको भी नहीं बख्शा। तब आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी और खुद आग बुझाने में जुट गए। इस दौरान हर किसी को सिलेंडर के ब्लास्ट करने की आशंका थी। बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इसके बाद आग लगे सिलेंडर को तालाब में डाल दिया गया।

बिस्तर और कपड़े तक नहीं बचे

घटना की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी समेत कई और ऑफिसर्स स्पॉट पर पहुंच गए। आग इतनी भयानक लगी थी कि डेढ़ वर्ष के रितांशु ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। झुलसे राजेंद्र, मिंता देवी, हरिओम, संजीव, रेखा व लालबहादुर को पुलिस ने एंबुलेंस से कबीरचौरा हॉस्पिटल पहुंचाया। इलाज के दौरान मिंता की भी मौत हो गयी। इस आग के चलते घर में रखे सभी सामान जल गए। यहां तक कि सोने के लिए बिस्तर और पहनने के लिए कपड़े तक नहीं बचे।

एक्सपायर्ड सिलेंडर बना वजह

पुलिस की जांच में घटना की वजह एक्सपायर्ड सिलेंडर का यूज होना पाया गया है। जिस सिलेंडर में गैस रिसाव से आग लगी उस पर अगस्त वर्ष क्990 अंकित था। रूल्स के मुताबिक वर्ष ख्000 के पहले बने सिलेंडर्स को सात साल और वर्ष ख्000 के बाद बने सिलेंडर्स को क्0 साल के बाद कबाड़ घोषित कर दिया जाता है। लेकिन इसके बावजूद इतना पुराना सिलेंडर मार्केट में कैसे आया यह जांच का विषय है।

शिवपुर में भी पांच झुलसे

इसके अलावा शिवपुर थाना एरिया के इंद्रपुर में भी गुरुवार को मांगलिक कार्यक्रम के लिए खाना बनाते समय गैस चूल्हे की पाइप फटने से आग लग गयी। इसमें पांच लोग झुलस गए। दिनेश उपाध्याय की बेटी की शादी है। दो महिलाएं भोजन बना रही थीं। गैस चूल्हे की पाइप फटने से आग लग गयी। सूचना मिलने पर पहुंची फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पाया। आग से ऊषा, चंदन, आशीष, अवलेश समेत पांच लोग झुलस गए।