- एनर्जी कंजर्वेशन में अहम रोल प्ले कर रहा है गोरखपुर रेलवे

- कोई हरकत न होने पर मोशन सेंर्स की वजह से ऑटोमेटिक बंद हो जाती है लाइट्स

- पहले फेज में 105 रूम्स में लग चुका है सेंसर, वहीं दूसरे फेज में 152 रूम में लगाने की तैयारी

GORAKHPUR : एनर्जी क्राइसिस इस वक्त की मेजर प्रॉब्लम बनकर सामने आई है। यूपी में इलेक्ट्रिसिटी को लेकर हाहाकार मचा ही रहता है। सरकारी महकमा हो या फिर गैर सरकारी, हर जगह एनर्जी सेविंग के लिए तरीके अपनाए जा रहे हैं। इस मामले में अगर कहीं रियल में एनर्जी सेविंग के लिए बेहतर कदम उठाया गया है, तो वह है रेलवेज। यहां एनर्जी सेविंग के लिए हाईटेक टेक्टिक पर बेस्ड मोशन सेंसर का यूज किया जा रहा है, जिसकी हेल्प से एक तिहाई से ज्यादा बिजली सेव हो रही है।

कोई हरकत न होने पर बंद हो जाती हैं इलेक्ट्रिसिटी

रेलवे ऑफिसेस में लगे हाइटेक मोशन सेंसर बिजली की काफी बचत कर रहे हैं। इसमें जब अधिकारी कमरे में नहीं होता या फिर वहां कोई हरकत नहीं होती, तो कुछ वक्त के बाद ऑटोमैटिक लाइट्स और बाकी इलेक्ट्रिक अप्लायंसेज ऑफ हो जाते हैं। इससे ऑफिसर्स की गैर मौजूदगी में बिजली वेस्ट होने से बचती है। रेलवे ऑफिसर्स की मानें तो किसी बड़े अधिकारी के साथ अगर वह बाहर निकल जाते हैं और उन्हें रूम में लौटने में टाइम लग जाता है। तो एक इंटरवल के बाद बिजली ऑटोमैटिक ऑफ हो जाती है और बिजली की काफी बचत हो जाती है।

पहले फेज में क्0भ् रूम्स में लगा था सेंसर

एनर्जी कंजर्वेशन के लिए अहम पहल करते हुए रेलवे ने मोशन सेंसर्स लगावाए थे। इसमें फ‌र्स्ट फेज में ग्रुप ए से लेकर जे तक के ऑफिसर्स के रूम में इनको लगाया गया था। टोटल तादाद की बात करें तो यह करीब क्0भ् थी। अब नेक्स्ट फेज के लिए रेलवे ने प्लानिंग शुरू कर दी है। सोर्सेज की मानें तो एनर्जी कंजर्वेशन में और योगदान के लिए क्भ्ख् और मोशन सेंसर्स लगाने की प्लानिंग की गई है। इससे काफी बड़ी मात्रा में बिजली बचाई जा सकेगी।

एनर्जी कंजर्वेशन में ही आज मिलेगा प्राइज

एनई रेलवे पहले से ही एनर्जी कंजर्वेशन में काफी एक्टिव है। इसका ही नतीजा है कि संडे को उन्हें एनर्जी कंजर्वेशन में पहला प्राइज मिलेगा। कंजर्वेशन में अहम भूमिका निभाने वाले रेलवे के इलाहाबाद सिटी को स्टेशन कैटेगरी में पहला मुकाम हासिल हुआ है। उन्हें ऊर्जा मंत्रालय की ओर से फ‌र्स्ट प्राइज दिया जाएगा। एनई रेलवे के लिए यह प्राइज चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर आरपी निबारिया प्राप्त करेंगे।